भक्त माता कर्मा जयंती,हरेली और हरितालिका तीज पर अवकाश
मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त : छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के प्रतिनिधिमंडल ने की मुख्यमंत्री से मुलाकात
रायपुर-मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के तीज त्यौहार, रहन-सहन, बोली और भाखा यहां की पहचान है। राज्य सरकार यहां की संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल आज अपरान्ह अपने निवास में उनसे मिलने आए छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के प्रतिनिधि मंडल को संबोधित कर रहे थे। इसके पहले प्रतिनिधि मंडल ने मुख्यमंत्री को राज्य शासन द्वारा भक्त माता कर्मा जयंती, हरेली और हरितालिका तीज पर्व पर सामान्य अवकाश घोषित करने पर उनके प्रति आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरेली प्रदेश के किसानों का प्रमुख त्यौहार है। हरितालिका तीज पर्व बहन-बेटियों का त्यौहार है और भक्त माता कर्मा जयंती का पर्व प्रदेश में साहू समाज द्वारा बड़े उत्साह से मनाया जाता है। समाज में एकता, भाईचारा और प्रेम छत्तीसगढ़ी संस्कृति का अभिन्न अंग है। हमें छत्तीसगढ़ की अपनी इस विशेषता को बनाए रखना होगा। यहां के पर्वों पर सामान्य अवकाश की घोषणा छत्तीसगढ़ की संस्कृति और पहचान को बरकरार रखने की दिशा में एक पहल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्कूलों के बच्चों को छत्तीसगढ़ी सहित हल्बी, गोड़ी और कुडूख भाषा में भी शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने प्रतिनिधि मंडल के लोगों को किसानों की कृषि ऋण माफी, 2500 रूपए प्रति क्विंटल पर धान की खरीदी, तेंदूपत्ता संग्राहकों को 4000 रूपए प्रति मानक बोरे के मान से पारिश्रमिक, वन क्षेत्रों के निवासियों के वन अधिकार अधिमान्यता पत्र प्रदान करने के कार्य तथा प्रदेश में 15 हजार शिक्षकों, लगभग 1300 सहायक प्राध्यापकों की भर्ती की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने नरवा, गरूवा, घुरवा और बाड़ी योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि यह एक जन आंदोलन है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा प्रबंध किए जा रहे हैं, लेकिन इनका संचालन ग्रामीणों को ही करना होगा। उन्होंने इस योजना को सफल बनाने के लिए साहू समाज से सक्रिय सहयोग का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि धान से इथेनाल बनाने के संयंत्र लगाने के लिए समाज के युवाओं को सामने आना चाहिए।
प्रतिनिधि मंडल में छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के प्रदेशाध्यक्ष श्री विपिन साहू, महामंत्री श्री मोतीलाल साहू, अखिल भारतीय साहू संघ की कार्यकारी अध्यक्ष श्रीमती ममता साहू सहित प्रदेश और विभिन्न जिला संघों के अनेक पदाधिकारी और समाज के सदस्य बड़ी संख्या में शामिल थे।