चमकी बुखार से बिहार में 55 बच्चों की मौत विशेष टीम पहुंची
पटना : बिहार में इन दिनों चमकी बुखार से बिहार में 55 बच्चों की मौत. इस बुखार को एईएस (एक्टूड इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम) और जेई (जापानी इंसेफलाइटिस) को उत्तरी बिहार में चमकी बुखार के नाम से जाना जाता है। इससे पीड़ित बच्चों को तेज बुखार आता है और शरीर में ऐंठन होती है। इसके बाद बच्चे बेहोश हो जाते हैं। मरीज को उलटी आने और चिड़चिड़ेपन की शिकायत भी रहती है।
बीते 24 घंटे में मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच व केजरीवाल अस्पताल में इलाजरत पांच बच्चों की मौत हो गयी है। वहीं, इस बीमारी से ग्रसित 23 नए बच्चों को मंगलवार को दोनों अस्पतालों में भर्ती कराये गये। इनमें से 15 बच्चों का एसकेएमसीएच व आठ का केजरीवाल अस्पताल में एईएस के लिए तय प्रोटोकॉल के तहत इलाज किया जा रहा है। इन बच्चों की मौत के साथ बीते 11 दिनों में इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 55 हो गई है। वहीं, नए भर्ती बच्चों को मिलकर 154 पीड़ित सामने आ चुके हैं।
उधर, पीड़ितों व मौत की बढ़ रही संख्या के मद्देनजर पटना मुख्यालय में उच्चस्तरीय बैठक हुई। वहीं, मुख्यमंत्री के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख डॉ. आरडी रंजन, राज्य वेक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल अधिकारी डॉ. एमपी शर्मा व राज्य जेई-एईएस के नोडल समन्वयक संजय कुमार ने एसकेएमसीएच पहुंच पूरी स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान अधिकारियों ने दो राउंड चारों पीआईसीयू का निरीक्षण किया।
इसके बाद विभाग की टीम केजरीवाल अस्पताल भी पहुंची। इधर, सिविल सर्जन डॉ ने बताया कि मंगलवार को चार ही बच्चों की मौत चमकी बुखार से हुई है। भर्ती मरीजों की संख्या में भी अंतर देखा जा रहा है। ऐसे में अधिकारियों ने सुव्यवस्थित तरीके से डाटा अपडेट करने पर भी जोर दिया है।