कार्यशाला में निदेशक विस्तार सेवाएं डॉ. ए.एल. राठौर ने प्राकृतिक संसाधनों के दोहन और आमदनी बढ़ाने के संबंध में जानकारी दी। निदेशक अनुसंधान सेवाएं डॉ. आर.के. बाजपेयी ने विश्वविद्यालय द्वारा विकसित तकनीक से किसानों की आमदनी में वृद्धि को सार्थक बताया। कार्यशाला में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में कार्यरत कृषि विज्ञान केन्द्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख उपस्थित थे। कार्यशाला के अंत में आभार प्रदर्शन वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. (श्रीमती) नीता खरे द्वारा किया गया।