स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा एवं ‘प्यारी बिटिया दिवस’ का किया शुभारंभ
प्रदेश में 28 मई से 9 जून तक मनाया जा रहा है गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा
सभी किशोरियों के लिए सेनेटरी पैड की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी
रायपुर-छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज अंबिकापुर में गहन डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा एवं ‘प्यारी बिटिया दिवस’ का शुभारंभ किया। उन्होंने वहां मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार सभी किशोरियों के लिए सेनेटरी पैड की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी। प्रदेश के अस्पतालों में उल्टी-दस्त से निपटने के पर्याप्त इंतजाम हैं। गांव-गांव में मितानिनों के पास ओ.आर.एस. पैकेट और जिंक टैबलेट पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने माहवारी स्वच्छता जागरूकता के लिए आयोजित ‘प्यारी बिटिया दिवस’ का शुभारंभ करते हुए कहा कि समाज के सर्वांगीण विकास के लिए वैश्विक स्तर पर पुरूषों एवं महिलाओं की समानता आवश्यक है। हमारी सामाजिक व्यवस्था में जब तक महिला व पुरूष में भेदभाव होता रहेगा, तब तक समाज का विकास प्रभावित रहेगा। उन्होंने कहा कि वर्जनाओं, झिझक और जागरूकता की कमी के कारण किशोरियां एवं महिलाएं सेनेटरी पैड का उपयोग नहीं करती। ऐसी महिलाओं की संख्या छत्तीसगढ़ में काफी है। उन्होंने कहा कि किशोरियों को संक्रमण से बचाने सरकार सेनेटरी पैड की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी।
श्री सिंहदेव ने कहा कि उल्टी-दस्त को रोकने लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अमले के साथ ही जनप्रतिनिधियों एवं प्रबुद्ध वर्गों को भी काम करने की आवश्यकता है। डायरिया के नियंत्रण में ओ.आर.एस. घोल एवं जिंक टेबलेट सबसे उपयोगी है। हर मितानिन और स्वास्थ्य कार्यकर्ता के पास यह मौजूद है। डायरिया से बचने के लिए साफ-सफाई पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। बच्चों को खाना खाने से पहले एवं शौच के बाद हाथ धुलाई की जानकारी दें।
स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने डायरिया से बचाव एवं साफ-सफाई के बारे में लोगों को जागरूक करने जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रथ सरगुजा जिले के सभी विकासखंडों में भ्रमण कर लोगों को जागरूक करेगी। इस अवसर पर अंबिकापुर नगर निगम के महापौर डॉ. अजय तिर्की, कलेक्टर डॉ. सारांश मित्तर तथा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में मितानिनें एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी मौजूद थीं।