जब तक सूरज चांद रहेगा,पंडित जवाहर लाल नेहरू का नाम रहेगा: बंजारे
छत्तीसगढ़- प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं पूर्व जनपद अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे ने पंडित जवाहर लाल नेहरू के पुण्यतिथि पर राजीव भवन में श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए पंडित जवाहर लाल नेहरू के जीवन संदर्भ एवं भारत देश मे नेहरू जी के योगदान को बताया कि महात्मा गाँधी ने पंडित जवाहर लाल नेहरू को ही राजनीतिक उत्तराधिकारी माना था
महात्मा गाँधी के सच्चे वारिस, अदभुत वक्ता, उत्कृष्ट लेखक, इतिहासकार, स्वपनदृष्टा और आधुनिक भारत के निर्माता के ख़िताब से नवाज़े जाने का श्रेय अगर किसी एक व्यक्ति को जाता है तो नि:संदेह वे भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ही हैं.
आज़ादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने के साथ-साथ भारत के नवनिर्माण, वहां लोकतंत्र को स्थापित करने और उसे मज़बूत बनाने में पंडित जी ने जो भूमिका निभाई उसके निए भारत हमेशा उनका ऋणी रहेगा.
कांग्रेस प्रदेश सचिव राजेन्द्र बंजारे ने आगे बताया कि पंडित जी को राजनीति पिता पंडित मोतीलाल नेहरु से विरासत में मिली थी लेकिन उनके असली राजनीतिक गुरु महात्मा गाँधी ही थे जिन्होंने बाद में जवाहर लाल को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया.
भारतीय आज़ादी की लड़ाई की एक बड़ी और अहम घटना माने जाने वाले सन् 1919 के जलियाँवाला बाग़ कांड के बाद से पंडित जी ने भारतीय राजनीति को दिशा देने में अहम भूमिका निभाई थी.
उस समय वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव थे और तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद अली जौहर के कहने पर वे जलियाँवाला कांड के कारणों की जांच के लिए बनाई गई समिति के सदस्य थे. कांग्रेस प्रदेश सचिव राजेन्द्र बंजारे ने आगे बताया कि पंडित जवाहर लाल नेहरू स्वतंत्रा आंदोलन एवं स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए नव साल कारावास में रहे। नेहरू जी ने छत्तीसगढ़ के भिलाई में भिलाई स्टील प्लांट की स्थापना की जो स्टील उत्पादन में देश का नंबर वन सर्वश्रेष्ठ स्टील उत्पादन की श्रेणी में आता है।