यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम का विरोध कर भाजपा गरीबों के मुफ्त ईलाज का विरोध कर रही है : कांग्रेस
ईलाज के लिये अब राशि की कोई सीमा नही होगी यूनिर्वसल हेल्थ स्कीम राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं में क्रांतिकारी परिवर्तन लायेगा
रायपुर- कांग्रेस सरकार द्वारा लागू की जा रही यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम गरीबों के ईलाज में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने जा रही है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम के विरोध में बयानबाजी कर के भाजपा गरीबों के मुफ्त ईलाज की सुविधा का विरोध कर रही है। यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम कांग्रेस के घोषणापत्र का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टी.एस. सिंहदेव राज्य के लोगो को निःशुल्क गुणवत्ता युक्त ईलाज उपलब्ध करवाने को प्रतिबद्ध है। इस योजना में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों से लेकर राज्य के बड़े अस्पतालों को सुदृढ़ किया जायेगा। अब लोगो के ईलाज को बीमा कंपनियों के भरोसे नहीं छोड़कर राज्य सरकार खुद व्यवस्था करेगी। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम से राइट टू हेल्थ लागू करने वाला छत्तीसगढ़ देश में पहला राज्य बनेगा। प्रदेश सरकार हर नागरिक को एक हेल्थ रजिस्ट्रेशन नंबर देगी, इसी से सबका मुफ्त इलाज होगा। नंबर के आधार पर मरीज किसी भी सरकारी अस्पताल में जाकर इलाज करवा सकेगा। रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ मरीज को एक बुकलेट मिलेगी, इसमें उससे जुड़ी पूरी जानकारी होगी। कांग्रेस ने घोषणापत्र में यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम लागू करने की बात कही थी। इसके लिये अलग यूनिवर्सल हेल्थ कार्ड बनाया जा रहा है। जब तक यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम लागू नहीं होती तब तक मरीज इस कार्ड का उपयोग आयुष्मान और स्मार्ट कार्ड योजना के लिये कर सकेगा। स्मार्ट कार्ड का स्थान अब ये नए कार्ड ले लेंगे। इलाज के खर्चे की कोई सीमा निर्धारित नहीं रहेगी। 10 रूपये की दवा से लेकर इलाज में 20 लाख रूपय तक के खर्च का वहन भी सरकार ही करेगी। गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए इलाज में गरीबों के लगने वाले पैसे को कम करने के लिए और छत्तीसगढ़ और खासकर आदिवासी इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए कांग्रेस सरकार यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम लागू करने जा रही है। इस योजना को लागू होने पर स्वास्थ्य में कमीशनखोरी भी बंद हो जायेगी।