छत्तीसगढ़ में मरीज़ों की मौतों पर, भाजपा प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी का बयान राजनीति से प्रेरित – संजीव अग्रवाल
कांग्रेस नेता संजीव अग्रवाल ने भाजपा के प्रवक्ता व नेता श्रीचंद सुंदरानी के डीकेएस अस्पताल में हुई मौतों पर बयान को बहुत ही शर्मनाक व राजनीति से प्रेरित बताया।
संजीव अग्रवाल ने कहा कि श्रीचंद सुंदरानी जैसे नेताओं को यह समझना चाहिए कि प्रदेश में पिछले 15 सालों से भाजपा की सरकार थी। वे 5 साल विधायक रहे और हर सोमवार को भीमराव अम्बेडकर अस्पताल मै अपनी चौपाल लगा कर डाक्टरों पर दबाव डाल कर अपने चहेतों को टेंडर दिलाने का खेल करते थे अब सरकार नहीं है तो टेंडर का खेल खत्म हुआ । लेकिन इलाज के लिए नहीं, राजनीति के लिए। उन्हें यह बताना होगा कि जब पिछले 15 सालों में छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी उस दौरान मेकाहारा डीकेएस अस्पताल में जो मौतें हुई हैं उसका जिम्मेदार कौन है?
संजीव अग्रवाल ने कहा की तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता डीकेएस अस्पताल के इंचार्ज थे और अपने कार्यकाल में उन्होंने करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार किया जोकि अब जांच के दायरे में है और उनसे जवाब देते नहीं बन रहा है। श्रीचंद सुंदरानी को यह बताना चाहिए कि उन्होंने पिछले 15 सालों में प्रदेश की जनता के लिए क्या किया है? मेकाहारा डीकेएस अस्पताल मौत का ठिकाना बन के रह गया था। लोग कहने लगे थे कि रायपुर के सरकारी अस्पताल में जाना मतलब मौत को बुलावा देने के बराबर है।
संजीव अग्रवाल ने कहा कि एमएलसी डेथ्स की संख्या 397 थी इसका मतलब प्राइवेट अस्पतालों की मनमानी से जब मरीज़ों के कार्ड में पैसे खत्म हो जाते थे तो उन्हें मरने के लिए डीकेएस अस्पताल रिफर कर दिया जाता था। लेकिन डीकेएस अस्पताल में उचित इलाज ना होने की कारण इन मरीज़ों की मौत होती थी इसमें न्यूरो के केसेस 758 और बर्न और प्लास्टिक सर्जरी के केसेस 186 थे। श्रीचंद सुंदरानी को बताना चाहिए कि इन मौतों का जिम्मेदार कौन है? उन्हें शर्म आनी चाहिए कि उन्हीं के पार्टी के नेता और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह के दामाद डॉ पुनीत गुप्ता ने इतना बड़ा भ्रष्टाचार किया जिसमें यह भी हो सकता है कि वे भी मिले हुए हों और वह मरीजों की मौतों पर राजनीति कर रहे हैं जो कि बेहद शर्मनाक है।
संजीव अग्रवाल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त के बाद श्रीचंद सुंदरानी का मानसिक संतुलन बिगड़ चुका है क्योंकि वह भी चुनाव हार गए हैं और अब प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद भ्रष्टाचार पर लगाम लग चुकी है इसलिए वे तिलमिलाए हुए हैं। लेकिन उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं मौजूदा कांग्रेस सरकार डीकेएस अस्पताल को पूरी तरह से सर्वोत्तम इलाज के लिए उपयुक्त बना रही है लेकिन यहां भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं होगी।