दादाबाड़ी निर्माण के लिये उमड़ा भक्तों का सैलाब
रायपुर – महात्मा गांधी रोड स्थित धर्मनाथ जिन मंदिर एवं श्री जिनकुशल सूरि दादाबाड़ी के नवनिर्माणार्थ आज ब्रम्हमुहूर्त में तड़के चार बजे से आयोजित शिलान्यास महोत्सव में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। आचार्य भगवंत खरतरगच्छाचार्य श्री जिन पीयूषसागर सूरिश्वरजी महाराज, सुशिष्य मुनि सम्यकरत्न सागरजी म.सा., मुनि एवं साध्वी भगवंतों के पावन सानिध्य और चतुर्विद संघ की उपस्थिति में नवग्रह, दस दिग्पाल और अष्टमंगल पूजन हुआ। इसके साथ ही नया मंदिर व दादाबाड़ी निर्माण की औपचारिक शुरुआत हो गई है।
प्रचार प्रमुख चन्द्रप्रकाश ललवानी ने बताया कि इस प्रसंग पर बड़ी संख्या में उपस्थित धर्मप्रेमीजनों ने विविध पूजन, कल स्थापना व शिलाओं की स्थापना में अर्जित लक्ष्मी का सदुपयोग किया। इनमें क्रमश: परमात्मा का निधि कलश- प्रेमचन्द अनिल सुराणा, गुरूदेव का निधि कलश- नरेश बुरड़, सुशील कोचर, देव-देवी निधि कलश- मिलापचंद संतोष गोलछा, कुर्म स्थापना परमात्मा- नेमीचंद्र श्यामसुंदर बैदमुथा, कुर्म स्थापना गुरूदेव- ज्ञानचंद मंगलचंद लुणावत, देव देवी कुर्म स्थापना- विमलादेवी जयराज पारख, नाभि पाइप की स्थापना- प्रकाशचंद सुशील कोचर, परमात्मा के मंदिर में धरणेंद्र पद्मावती स्थापना- महेन्द्र कुमार तरूण कोचर, दादाबाड़ी में नाग-नागिन स्थापना- तिलोकचंद ललित भंसाली, नाकोड़ा भैरव पद्मावति मंदिर में नाग-नागिन- टोडरमल सुरेश कांकरिया परिवार, गुप्त भंडार भरने की- तिलोकचंद शांतिलाल अशोक बरडिय़ा परिवार, सोने की ईंट रखने की- नेमीचंद श्यामसुंदर मुथा, चांदी की ईंट रखने की- टोडरमल सुरेश कांकरिया परिवार।