अभिनेता अखिलेश पांडे ने कहा छत्तीसगढ़ी फिल्मों को मल्टीप्लेक्स में दिखाना अनिवार्य करें
बिलासपुर,वैसे तो छत्तीसगढ़ में नाम के लिए फिल्म विकास निगम का गठन कर दिया गया है परंतु फिल्म विकास निगम को कार्यान्वित अभी तक नहीं किया गया है छत्तीसगढ़ी फिल्मों के कलाकार पिछले 20 सालों से लगातार संघर्ष कर रहे हैं परंतु छत्तीसगढ़ में जितनी भी सरकारें आई किसी ने भी इस तरफ ध्यान नहीं दिया और हमेशा ही भोले भाले कलाकारों को माया रूपी प्रलोभन देकर उनका उपयोग किया और लगातार उन्हें छलते रहे लेकिन अब कलाकार आर पार की लड़ाई के मूड में है कलाकारों की माली स्थिति बहुत दयनीय है और कलाकार मूलभूत आवश्यकताएं की चीजें भी अपनी कलाकारी से नहीं जुटा पा रहे हैं इस संदर्भ में जब हमने अखिलेश से बात की तब उन्होंने कहा की बहुत दिनों से कलाकारों का संघर्ष जारी है परंतु किसी भी सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है अब वक्त आ गया है आर पार की लड़ाई का और इसके लिए छत्तीसगढ़ के समस्त कलाकार एकजुट हो चुके हैं पिछले दिनों एक फिल्म को राजनांदगांव में एक थियेटर मालिक ने उतार दिया था उस दौरान छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्री के सभी लोगों ने राजनांदगांव में जाकर धरना प्रदर्शन किया और मजबूरी में सिनेमा मालिक को वापस वह फिल्म लगानी पड़ी अब छत्तीसगढ़ के सभी निर्माता-निर्देशक मूड बना चुके हैं कि अगर उनकी फिल्मों को मल्टीप्लेक्स में नहीं दिखाया गया तो वह आर पार की लड़ाई करेंगे इसके लिए बहुत जल्द छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्री का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से भी मिलने जाएगा और अपनी मांगे मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे जब हमने अखिलेश से पूछा तब उन्होंने बताया की सभी राज्यों में एक शो क्षेत्रीय भाषा की फिल्म लगाना अनिवार्य है परंतु छत्तीसगढ़ में अभी यह नियम लागू नहीं हुआ है जोकि शीघ्र प्रारंभ किया जाना चाहिए और सरकार को छत्तीसगढ़ वासियों के लिए एक क्षेत्रीय चैनल भी लाना चाहिए अखिलेश ने कहा कि अब वक्त आ गया है की कलाकारों का शोषण रोका जाए और उनकी बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति की व्यवस्था सरकार के द्वारा उन्हें काम देकर किया जाए सभी मल्टीप्लेक्स में छत्तीसगढ़ी फिल्में और उनका ट्रेलर दिखाना अनिवार्य किया जाना चाहिए