भाजपा चिप्स के सर्वर से किये गये 4601 करोड़ के घोटाले का दे जवाब, जो गड़बड़ी सर्वर में हुई वह भाजपा सरकार की विरासत का छोटा सा उदाहरण: शैलेश नितिन त्रिवेदी
चिप्स और व्यापम में भर्राशाही की पाइप लाईन डालने के लिये जिम्मेदार भाजपा सरकार के नुमाइंदे नलके पर दोष मढ़ने की स्तरहीन राजनीति में संलिप्त
रायपुर/04 मई 2019। व्यापम और चिप्स पर भाजपा की बयानबाजी पर पलटवार करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि सर्वर में हुई गड़बड़ी तो भाजपा के 15 वर्षों के शासन के विरासत का छोटा सा उदाहरण भर है। उन्होंने कहा है कि भाजपा सरकार में इन संस्थानों का उपयोग गड़बड़ी कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार के लिये ही किया जाता रहा और उसके देखरेख में लापरवाही बरती जाती रही। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने चिप्स को भ्रष्टाचार का अड्डा बना कर रख दिया था। चिप्स को गठन का उद्देश्य सरकारी विभागों को आनलाईन और डिजिटलाईजेश करना बताया गया लेकिन हकीकत में सरकारी विभागों के टेंडर और ठेकों के कामों को चिप्स के माध्यम से केन्द्रीयकरण करके चिप्स के माध्यम से एक व्यक्ति को सर्वाधिकार संपन्न बना दिया गया। उसी का परिणाम हुआ कि चिप्स में ई-टेंडर के नाम पर हजारों करोड़ का टेंडर घोटाला कर दिया गया। चिप्स से सारे विभागों को जोड़ने के पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप नहीं किया गया। चिप्स के मेंटेनेंस का ठेका भी राज्य के बाहर की कंपनियों को उनका परफार्मेंस जाने बिना कमीशनखोरी के उद्देश्य से दे दिया गया। छत्तीसगढ़ के बाहर की कंपनियों को चिप्स के माध्यम से सेवा और सर्विस के नाम पर मोटी रकम लुटायी जाती रही है। इनकी मिलीभगत से सालभर के काम का कान्ट्रेक्ट कर कई कंपनिया 2-3 महीनो में ही पूरा पैसा लेकर भाग जाती थी। चिप्स के सर्वर में गड़बड़ी आने के कारण हजारों परिक्षार्थियों के प्रवेश पत्र प्रिंट नही हो सके। इसे देखते हुये पीईटी के परीक्षा को स्थगित किया गया। अब सर्वर की गड़बड़ी को ठीक कर लिया गया है। अब परीक्षा की तिथी बहुत जल्दी ही घोषित की जायेगी। सभी परिक्षार्थियों का प्रवेश पत्र डाउनलोड होना शुरू हो गया है और 10000 से अधिक परिक्षार्थियों ने अपने प्रवेश पत्र डाउनलोड भी कर लिये है। चिप्स को लेकर भाजपा के द्वारा की जा रही बयानबाजी जिस चिप्स में बड़ा घोटाला हुआ नवंबर 2015 से लेकर मार्च 2017 के बीच 1459 टेंडर डालने के लिये एक ही ईमेल आईडी का 235 बार उपयोग किया गया। 17 विभागो के अधिकारियों ने 4601 करोड़ के टेंडर में 74 ऐसे कम्प्यूटरों का इस्तेमाल निविदा अपलोड करने में किया, जिनका उपयोग वापस उन्हीं टेंडर निविदा भरने के लिये किया गया। ये स्पष्ट रूप से चिप्स में बड़ा घोटाला था। चिप्स की इस गड़बड़ी में कुछ कीटाणु बाकी रह गये हैं। इस कीटाणुओं को बहुत जल्द ठीक कर लिया जायेगा। छत्तीसगढ़ शासन ने त्वरित कार्यवाही करते हुये 8 अधिकारियों को नोटिस जारी किया है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा सरकार में चिप्स में करोड़ो का घोटाला होता है और भारतीय जनता पार्टी के लोग उसकी जिम्मेदारी स्वीकार करने के बजाय यदि सर्वर डाउन होने के कारण परिक्षार्थी के असुविधा को लेकर कांग्रेस की सरकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोई निर्णय लेते है तो आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं, स्तरहीन आरोप लगा रहे हैं भारतीय जनता पार्टी अपने गरेबान में तो झांक कर देखे की चिप्स में कितने बड़े पैमाने में घोटाला किया गया है। भाजपा के शासनकाल में पीएमटी के प्रश्न पत्र बार-बार लीक होने के कारण पीएमटी की परीक्षा तीन बार लेना पड़ा था, तब तत्कालिक परीक्षा नियंत्रक का संबंध आरएसएस था। चिप्स और व्यापम में भर्राशाही की पाइप लाईन डालने के लिये जिम्मेदार भाजपा सरकार के नुमाइंदे नलके पर दोष मढ़ने की स्तरहीन राजनीति में संलिप्त है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि व्यापम में निश्चित रूप से भारतीय जनता पार्टी के सरकार में जो भर्राशाही चलती रही उसमें सुधार लाये जाने के लिये कड़े कदम उठाने की दिशा में काम जारी है। आचार संहिता समाप्त होते ही कांग्रेस की सरकार प्राथमिकता में व्यापमं और चिप्स की गड़बड़ियों को दुरूस्त करने का काम करेगी।