रायपुरजनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के सौजन्य से अलविदा जुमे की शाम जोगी निवास सागौन बंगले कटोरा तालाब में एक भव्य रोजा इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया। जिसमे क्षेत्र के अधिक संख्या में हिन्दू व मुस्लिमों ने शामिल होकर हिन्दू मुस्लिम एकता की एक मिशाल कायम कर आपसी मेल मोहब्बत का पैगाम दिए। अफ्तार करने के बाद रोजेदारों ने मगरिब की नमाज पढ़कर आपसी मिल्लत और अमन चैन रखने की दुआ मांगी। इस अवसर पर जे. सी. सी. जे. प्रमुख अजीत जोगी ने कहा कि ईश्वर का फरमान है कि हम सभी लोगों के शरीर में एक खून एक जिस्म है, तो आपस मे मतभेद कैसा। सब लोग भारतवासी एक है। मालिक का हुक्म है कि रोजेदारों को इफ्तार कराने वाले को खुदा उसके गुनाहों तथा गलतियों को माफ कर देता है और उसके रोजी रोटी में बरक्कत भी देता है। क्योंकि रोजा स्वयं खुदा का दिया हुआ एक तोहफा है। इस माह में रोजा इफ्तार कराने वालो को खुदा अधिक शबाब देता है। उसके कारोबार में बरकत भी देता है। रोजा इफ्तार से आपसी मिल्लत और मोहब्बत के पैगाम की तहजीब भी झलकती है। इसलिए इस माह में शबाब लेने के लिए लोगो को रोजेदारो को इफ्तार करना चाहिए। रोजा खोलने के बाद रोजेदारों ने मगरिब की नमाज अता किये।इस अवसर पर मरवाही विधायक अमित जोगी ने सभी रोजेदारो को खिद्माते खल्क का बेहतरीन उदाहरण पेश करते हुए अपने हांथो से भोजन तस्कीम करते हुए कहा की इंसान भागदौड भरी जिंदगी में से कुछ पल इस्वर द्वारा बताये गए नेक कार्यो को करे उस से बढ़ कर दुनिया में मानवता के लिए इस से बड़ा कार्य नहीं हो सकता ,और मुझे अपने हांथो से रोजेदारो को खाना खिलाना आत्मीय सुकून पहुचाता है और यह मैं अपनी खुशियों के लिए नहीं अपितु इस्वर की रजामंदी के लिए कर्ता आ रहा हू ! इस अवसर पर इकबाल अहमद रिजवी ,योगेश तिवारी ,संजीव अग्रवाल शुब्रत डे,सुनंद विस्वाश, राहिल राउफी,शिद्दीक कुरैशी.हाजी इरफ़ान .राजू सोनी . ,प्रशांत सोनी ,पप्पू बघेल ,योगेश साहू , भरी संख्या में मुस्लिम भाई , बहने शामिल हुए ।इस मौके पर योगेश तिवारी ने कहा कि इफ्तार पार्टी सद्धभावना का प्रतीक है। इसमें सभी लोगों को एक साथ बैठकर रोजा खोलने का मौका मिलता है।व इस का सवाब भी सभी को मिलता है , प्रदेश भर में निवासरत मुस्लिम भाइयो को रमजान और ईद की मुबारक बाद इफ्तार पार्टी में मौजूद सभी लोगों को रमजान की मुबारकबाद दी। इस इफ्तार पार्टी का उद्देश आपसी भाईचारा बरकरार रखने और एकता का संदेश देने के लिए आयोजित किया गया। जिसमें सभी समुदाय के लोगों ने मोहब्बत के दस्तरखान पर एक साथ इफ्तार कर हिन्दू-मुस्लिम एकता का संदेश दिया है।