कानून व्यवस्था बनाये रखना कांग्रेस सरकार की पहली प्राथमिकता, भाजपा के बिलासपुर कार्यालय के पास से अपहृत हुये बिलासपुर के बच्चे विराट सर्राफ के अपहरण से उत्पन्न चिंता समाप्त हुई : शैलेश नितिन त्रिवेदी
रायपुर/26 अप्रैल 2019। विराट को अपहरणर्ताओं से छुड़ाने और सकुशल घर वापसी पर छत्तीसगढ़ पुलिस की प्रशंसा करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने छोटे से अंतराल में दो बड़ी सफलतायें प्राप्त की। भाजपा के बिलासपुर कार्यालय के पास से अपहृत हुये बिलासपुर के बच्चे विराट सर्राफ के अपहरण से उत्पन्न चिंता समाप्त हुई। जब सुबह सुबह अपहृत बच्चे को छुड़ाया गया तब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं रातभर जागते रहे और बच्चे की सकुशल रिहाई के बाद ही वे सोने गये। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की संवेदनशीलता की पूरे प्रदेश में सराहना की जा रही है। इसके पहले दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी के हत्यारे वर्गीज नामक नक्सली को रात 3 बजे जिस अदम्य साहस से आपरेशन कर मारा गया था। छत्तीसगढ़ की पुलिस की ये दोनों प्रभावी कार्यवाहियां इस बात का जीताजागता सबूत है कि सही राजनैतिक नेतृत्व की प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति बनाये रखने में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है। अब छत्तीसगढ़ पुलिस बिना भय और दबाव के प्रभावी कार्यवाही कर रही है। गिरोहों और संगठित अपराधियों के सरंक्षण का युग रमन सिंह सरकार के जाते ही बीत गया है। छत्तीसगढ़ की जनता को भयमुक्त बनाने के लिये पहले छत्तीसगढ़ पुलिस को भयमुक्त बनाना आवश्यक था जिसे कांग्रेस सरकार ने कर दिखाया है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की सरकार भूपेश बघेल की सरकार अपराध के खात्में और भयमुक्त छत्तीसगढ़ बनाने के लिये प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस सरकार के राज में कानून व्यवस्था बिगड़ने के भाजपा के आरोप मिथ्या और राजनीति प्रेरित है। 15 सालों के भाजपा के राज में भाजपाई खुद कानून को अपने हाथ में लेकर अराजकता फैलाते थे। भाजपा सरकार के तत्कालीन गृहमंत्री से भाजपा सांसद तक अपराधियों को संरक्षण देते थे। उनके साथ फोटो खिचवाते थे। कांग्रेस की भूपेश सरकार राज्य की कानून व्यवस्था बनाये रखने और अपराधियों पर अंकुश लगाने को प्रतिबद्ध है। माओवाद से लेकर दूसरी आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिये सरकार ने प्रभावी उपाय किये है। पूर्ववर्ती रमन सरकार के संसदीय सचिव द्वारा थानेदार की सिर्फ इसलिए पिटाई करवाई गई क्योकि वह उनके शराब माफिया गुंडों के खिलाफ ईमानदारीपूर्वक कार्यवाही करने पर अडिग थे। भाजपा सरकार के
जंगलराज का इससे बड़ा उदाहरण और क्या होगा कि जिस टीआई के साथ मारपीट की गई उसे उनके ही विभाग द्वारा सजा के तौर पर लाइन हाजिर कर दिया गया। भाजपा के नेता सत्ता के मद में अंधे हो गए थे। कानून को ठेंगा दिखाना वे अपना अधिकार समझ लिए थे। मुफ्त की गाड़ी, बंगला और फर्जी अधिकारों की धौस जमा कर भाजपा नेताओें ने वे क्षेत्र के अधिकारियों और जन-मानस से लगातार दादागीरी की। तस्करों, कोचियों और शराबियों को संरक्षण देने में भाजपा नेताओं की संलिप्तता कही है। भाजपा सरकार में कानून कितनी बिगड़ चुकी थी। छत्तीसगढ़ में कानून का राज्य समाप्त हो गया था। अराजकता व्याप्त थी। भाजपा के जनप्रतिनिधियों और जिम्मेदार नेताओं ने कानून अपने हाथ में ले लिया था। यह सब शराबियों को संरक्षण दी गयी थी देने के लिये। सरकार के मुखिया रमन सिंह और उनके पनामाई सांसद पुत्र अभिषेक सिंह की एक शराब तस्करी में गिरफ्तार भाजपा जिला पदाधिकारी के साथ फोटो उजागर होते रहे रमन सरकार ने धमधा में शराब कोचियों द्वारा मोटरसाईकल में परिवारजनों के साथ जा रही महिला के साथ सामूहिक अनाचार की शर्मनाक घटना घटी। पूरे प्रदेश में भाजपा के नेता शराब की तस्करी और कोचियागिरी में लिप्त थे। शराब तस्करों, कोचियों और शराबियों को संरक्षण देने में पूरी भाजपा सरकार लगी हुयी थी। रोकने वाले थानेदार के साथ गाली गलौज की जाती थी। विरोध के स्वरों को दबाने, कुचलने के लिये गाली गलौज, मारपीट और प्रशासन तंत्र, पुलिस तंत्र का दुरूपयोग भाजपा की शासन में छत्तीसगढ़ में राज की बात बन चुकी थी। तखतपुर में पुलिस के एक अधिकारी को शराबखोरी में बाधा बनने की किमत चुकानी पड़ी थी।