सवाल पूछने से ही होती है राज्य व देश की प्रगति : मुख्यमंत्री
भारत लंबे समय तक युवाओं का देश बना रहेगा
मैट्स में युवा संवाद, मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों के सवालों का दिया जवाब
रायपुर। बहुत लंबे समय तक यह देश युवाओं का देश बना रहेगा और युवाओं को ही यह देश संभालना है। देश का भविष्य युवा ही हैं। छत्तीसगढ़ में कृषि आधारित उद्योग में युवाओं के रोजगार की अनेक संभावनाएँ हैं। युवाओं को राजनीति में भी आना चाहिए और उन्हें प्रगतिशील विचारों के साथ आना चाहिए।
उपर्युक्त बातें मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मैट्स विश्वविद्यालय द्वारा यहाँ पंडरी स्थित मैट्स टॉवर में आयोजित ’युवा संवाद गढ़बो नवा छत्तीसगढ’़ कार्यक्रम में विद्यार्थियों के साथ सीधे संवाद में कहीं। विद्यार्थियों के अनेक सवालों का श्री बघेल ने पूरे हर्ष के साथ जवाब दिया और वे युवाओं को प्रश्नों से काफी प्रसन्न हुये। मैट्स विश्वविद्यालय द्वारा सोमवार को युवा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. कर्नल डॉ. बैजू जान, महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया, कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा, सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।
इस कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। इस अवसर पर कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी ने अपनी मेहनत, काबिलियत और निरंतर संघर्ष के बल पर मुकाम हासिल किया है। श्री बघेल जी की पूंजी उनकी मुस्कान और सादगी से परिपूर्ण जीवन है और आम आदमी भी यही मानता है कि राज्य के मुखिया की सोच आम आदमी की प्रगति है।
युवा संवाद में मुख्यमंत्री श्री बघेल ने य़ुवाओं के सवालों का जवाब देने से पूर्व अपने उद्बोधन में कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि वे युवाओं के बीच हैं और हमारा देश युवाओं का देश है। भारत की औसत आयु 28 वर्ष है। जब हम 2020 में पहुँचेंगे तब अमेरिका की 42, यूरोप की 39 और जापन की 44 साल औसत आयु होगी जबकि भारत की औसत आयु सिर्फ 29 साल रहेगी। यह देश महात्मा गांधी का देश है जिस पर हम गर्व करते हैं। श्री बघेल से मैट्स विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों ने अनेक सवाल किये जिसका श्री बघेल ने विस्तार के साथ जवाब दिया।
यह पूछने पर कि लम्बे संघर्ष के उपरांत वे मुख्यमंत्री बनकर कैसा महसूस कर रहे हैं तो उन्होंने कहा कि हमारे वरिष्ठजनों के सपनों का छत्तीसगढ़ बनाने का अवसर मिला है जिसकी उन्हें काफी प्रसन्नता है। शिक्षा के क्षेत्र में भावी योजनाओं को लेकर उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में बहुत काम करने की आवश्यकता है और बजट में शिक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
विद्यार्थियों ने नरवा, गरुवा, घुरवा और बारी योजना से मिलने वाले लाभ को लेकर भी सवाल किये। श्री बघेल ने कहा कि नाला को संवर्धित करने की आवश्यकता है जिससे भविष्य में पानी की समस्या का समाधान हो सके। यही वॉटर रिचार्जिंग है जो नरवा है। पशुपालन के माध्यम से पशुधन संवर्धित होगा जिससे खाद की समस्या का भी समाधान होगा। यह गरुवा है। घरवा के माध्यम से गांव व शहर के गोबर, कूड़ा-करकट से खाद व गैस बनाने की प्रक्रिया प्रारंभ होगी जिससे स्वालंबन होगा और बारी के माधयम से जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा जिससे कृषि लागत कम होगी। इस प्रकार नरवा, गरुवा, घरवा और बारी से हम रोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्वावलंबी बन सकेंगे।
किसान से मुख्यमंत्री बनने तक के सफर को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में श्री बघेल ने कहा कि जब वे साइंस कालेज से पढ़ाई पूरी कर गांव में खेती-किसानी करते थे तो गांव की पटवारी, तहसीलदार, थाने आदि से संबंधित छोटी-मोटी समस्या का समाधान करते थे। लोग विभिन्न समस्याओं को लेकर आने लगते थे और धीरे-धीरे वे राजनीति में आ गये जिसका उद्देश्य समाज सेवा था।
यह पूछने पर कि राज्य में अनेक व्यावसायिक शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना के बाद भी रोजगार का अभाव है तो उन्होंने कहा कि राज्य में कृषि आधारित रोजगार में अनेक संभावनाएँ हैं और आईटी के क्षेत्र में उद्योग लगाने की हमारी योजना है जिससे युवाओं को रोजगार प्राप्त हो सके। जब उनसे यह पूछा गया कि रायपुर को प्रदुषण मुक्त करने उनकी क्या योजना है तो उन्होंने कहा कि जहाँ राजधानी होती है वहाँ इंडस्ट्रीयल स्टेट नहीं होता और यहाँ दोनों है व अनेक प्रकार का प्रदुषण है। हम युवाओं के साथ मिलकर रोड मैप बनाएंगे और युवाओं से ही पूछेंगे कि रायपुर को प्रदुषण मुक्त व सुंदर कैसे बनाएँ।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने युवाओं से कहा कि यदि किसी उद्देश्य को लेकर चल रहे हैं तो कोई आपका स्वयं का विचार या कोई विचारधारा होनी चाहिए। हम गांधीवादी विचारधारा के हैं। यदि आपका उद्देश्य लोगों की सेवा करना, छ्त्तीसगढ़ की दो करोड़ जनता का हित है आप कभी नहीं थकेंगे। पहली जरूरत किसी न किसी विचारधारा से जुड़ने की है।
श्री बघेल ने युवा संवाद में विद्यार्थियों द्वारा पूछे गये सवालों के प्रति काफी प्रसन्नता व्यक्त की और यह भी कहा कि सवाल करना जरूरी है लेकिन आज के दौर में सवाल पूछना भी अपराध हो जाता है। सवाल से ही व्यक्ति प्रगति करता है और जो सवाल पूछने से बुरा नहीं मानता, अच्छा मानता है सवाल उन्हीं से पूछिये।