सिंहदेव ने न्यायलय का अपमान किया : अमित जोगी
जोगी एक्सप्रेस
रायपुर नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव द्वारा दिये गये वक्तव्य ‘‘ईमानदार को शपथ की क्या जरूरत शपथ तो ऐसे लोग देते है जो झूठ बोलते है ” पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मरवाही विधायक अमित जोगी ने आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा कि सामंती व्यवस्था में जन्मे श्री सिंहदेव अपने व्यक्तव्य से श्री अजीत जोगी का नहीं वरन देश के कानून व्यवस्था का मजाक उड़ा रहे है। अतः उन्हें इस बात का भान होना चाहिए कि अब राजा रजवाड़े के दिन लद गये एवं देश में न्याय व्यवस्था ही सर्वोपरी है। शपथ पत्र सवाल खड़ा करना एवं झूठ बोलने वाले द्वारा ही शपथ दिया जाना कहना इस बात का प्रमाण है कि वे राजशाही प्रवित्ति व नेता प्रतिपक्ष के पद के गुमान में वे न्यायालय की व्यवस्था का अपमान कर रहे है। विधायक अमित जोगी ने कहा कि उक्त शपथ पत्र में दर्शाया गया है कि श्री अजीत जोगी की सरकार बनते ही प्रथम दिन शपथ लेने के तुरंत बाद पहला हस्ताक्षर शपथ पत्र में दिये गये कथनों को पूरा करने पर करेंगे। इस पर सिंहदेव की आपत्ति समझ के परे है। सिंहदेव यह स्पष्ट करे कि इस शपथ पत्र में दिये वचन श्री अजीत जोगी पूरा करेंगे तो इस पर आपत्ति है या श्री सिंहदेव की नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी चली जायेगी इस पर आपत्ति है । दरअसल अजीत जोगी द्वारा अपने दिये वचनों के समर्थन पर दिये शपथ पत्र पर अब श्री सिंहदेव के क्षेत्र की जनता उसे उनके द्वारा विधानसभा चुनाव में किये गये वादे याद दिला रहे है इसलिये सिंहदेव इस प्रक्र्रिया पर आपत्ति एवं इसके खिलाफ श्री जोगी पर अपनी खीज उतार है।
विधायक अमित जोगी ने सिंहदेदव को याद दिलाया कि वे नेता प्रतिपक्ष के पद व संयुक्त संसदीय समिति प्रमुख के रूप में उन्होंने अगस्ता वेसलेैण्ड सौदो पर न्यायालय द्वारा ऊंगली उठाने के बाद भी डाॅ रमन सिंह को अगस्ता हेलीकप्टर खरीदी में क्लीन चिट दिया था एवं इसी एहसान के बदले डाॅ रमन सिंह ने भी अंबिकापुर शहर के 200 एकड़ में फैलें शासकीय तालाब को नियम विरुद्ध सिंहदेव के नाम किया है। भाजपा के मित्र उद्योगपति गौतम अडानी के कोयला खदान में कोयला परिवहन का ठेका सिंहदेव जी के करीबियों द्वारा लेने की अनुसंशा भी डाॅ रमन सिंह ने की है। जिसके कारण अब तक सरगुजा क्षेत्र के अनेक लोग सड़क दुर्घटना में मारे गये है।
अमित जोगी ने कहा कि अजीत जोगी ने शपथ पत्र के माध्यम से विकास का खाका खींचा है किन्तु सामंती मनोवृत्ति के लोग यह जानते है कि तब विकास होगा तो लोग राजा रजवाड़े के प्रतिनिधियों को धूल से उड़ा देंगे इसलिए विकास विरोधी श्री सिंहदेव विकास वृद्धि सोच का विरोध कर रहे है।