17 जून कोजनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ बेमेतरा करेगी किसानो की मांगों को लेकर विशाल आन्दोलन :योगेश तिवारी
जोगी एक्सप्रेस
बेमेतरा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रदेश महासचिव योगेश तिवारी के नेतृत्व में दिन शनिवार 17 जून को शाम 4 बजे से बेरला में क्षेत्र के किसान बेरोजगार युवाओं एवं महिलाओं द्वारा एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया है जिसमें बेमेतरा जिला के जनता कांग्रेस एवं युवा जनता कांग्रेस के पदाधिकारी एवं सदस्यगण शामिल होंगे उल्लेखनीय है कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के द्वारा बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र के किसानों के हित में जल आंदोलन किया जा रहा है इस कड़ी में ग्राम- मुड़पार, ग्राम- ठेंगाभाट, एवं अन्य स्थानों पर भी क्रमबद्ध तरीके से जल आंदोलन चलाया जा रहा है जिसमें किसानों के खेतों को पानी देने की मांग मुख्य है छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आउटसोर्सिंग के माध्यम से स्थानीय बेरोजगारों के साथ दगाबाजी किया जाना ठीक नहीं है रोजगार के अवसर पर छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों का प्रथम हक है जबकि यह सरकार स्थानीय बेरोजगारों की उपेक्षा कर बाहर के बेरोजगारों को यहां पर रोजगार दे रही है बेरला क्षेत्र में अवैध मुरम एवं रेत खनन पर रोक लगा कर दोषियों के ऊपर कार्यवाही किया जाए पूरे प्रदेश में शराबबंदी कड़ाई से लागू किया जाए ग्राम कुसमी (बेरला )के किसानों के ऊपर फर्जी डकैती मामले बनाने वाले अधिकारियों के ऊपर कार्यवाही किया जाए बेरला नगर पंचायत में शुद्ध पेयजल जनता को दिया जाए एवं नगर पंचायत के द्वारा साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त किया जाए क्षेत्र में हो रहे विद्युत कटौती को बंद कर किसानों को निरंतर बिजली दिया जाए किसानों को उनके धान का समर्थन मूल्य 2100/ एवं धान का बोनस ₹300 दिया जाए बेरला जनपद पंचायत में हुए शिक्षाकर्मी घोटाले की जांच हो एवं दोषियों के ऊपर तत्काल कार्यवाही किया जाए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के महासचिव योगेश तिवारी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य के बजट में किसानों के लिए कोई ठोस वादा दिखाई नहीं देता छत्तीसगढ़ सरकार की अदूरदर्शिता पूर्ण निर्णय के कारण हम रोजगार विहीन विकास की ओर चल रहे हैं गरीबी और बेरोजगारी मिटने का नाम नहीं ले रही है आज भी छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था में कृषि निर्णायक क्षेत्र बना हुआ है कृषि की समृद्धि संपन्नता व उत्पादकता पर ही राज्य की खुशहाली व समृद्धि छिपी हुई है हमारी खेती आज भी वर्षा पर आधारित है इसलिए पानी की कमी और सिंचाई की सुनियोजित व्यवस्था ना होने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है इस चुनौती का छत्तीसगढ़ सरकार के पास कोई जवाब नहीं है! छत्तीसगढ़ प्रदेश में खेती और किसानों की बिगड़ती हालत सुधारने के लिए फसल बीमा समेत कई सरकारी घोषणाओं के बावजूद प्रदेश के अन्नदाता किसानों की हालात में कोई सुधार नहीं होना यह सरकार की अक्षमता को साबित करती है छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के साथ धोखाधड़ी तो कर ही रही है स्थानीय बेरोजगारों के साथ भी आउटसोर्सिंग के माध्यम से दगाबाजी कर रही है आज छत्तीसगढ़ की हालात किसी से छिपी नहीं है इसका खामियाजा सरकार को आने वाले चुनाव में निश्चित ही भुगतना पड़ेगा