2014 के वायदों पर शाह कुछ नहीं बोल पाये – कांग्रेस
रायपुर,भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जो मोदी सरकार की जुमलेबाजी के अग्रदूत भी है। उन्होंने अपने छत्तीसगढ़ प्रवास में मोदी के 2014 में किये गये वायदों पर कुछ नहीं बोलकर राज्य और प्रदेश की जनता को निराश किया है। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि प्रदेश की जनता जानना चाहती है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा और नरेन्द्र मोदी ने जो वायदे देश की जनता से किया था उन वायदों का क्या हुआ? मोदी सरकार के पांच वर्ष भाजपा की वायदा खिलाफी के स्मारक के रूप में याद किये जायेंगे। मोदी ने वायदा किया था अच्छे दिन आयेंगे मोदी के जाने के दिन आ गये लेकिन अच्छे दिन नहीं आये। विदेश से कालाधन लाने का वायदा किया। विजय माल्या, ललित मोदी, नीरव मोदी सरकार की मिलीभगत से देश का धन लेकर हुये फरार हो गये, मोदी सरकार देखती रह गयी। विदेशों से कालाधान नही आया। हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख आने का वादा कर वोट ले लिया 15 लाख की बात तो दूर एक पैसा नहीं आया।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टालरेंस की सिर्फ बात की राफेल रक्षा सौदे में खुद मोदी सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है। यूपीए के कानून के अनुसार लोकपाल पद पर नियुक्ति करने में मोदी सरकार विफल रही। हर साल दो करोड़ युवाओं का रोजगार का वायदा किया था लेकिन जीएसटी नोटबंदी से करोड़ो का रोजगार छिना, दो करोड़ रोजगार जो हर साल आने वाले थे, उनका क्या हुआ? 5 वर्षो में 10 करोड़ लागो को रोजगार मिलना था लेकिन बेरोजगारी बढ़ गयी। महिला आरक्षण बिल लागू करने में छलावा किया गया। वन रैंक वन पेंशन विफल हो गया। महंगाई पर लगाम नहीं लगा पाये गैस, पेट्रोल, डीजल के बढ़ते दाम मोदी राज में बढ़ गये। स्वाभीनाथन कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार किसान को लागत का दुगुना दाम नहीं दे पाये। अमित शाह का मौन बताता है कि उनके पास मोदी सरकार के विफलताओं पर बोलने और कहने का साहस नहीं है।