November 23, 2024

ओवरलोड ट्रकों की मनमानी से बना हुआ लोगो की जान का खतरा ,अधिकारियो की मिली भगत से जारी है ओवेरलोड़ का खेल

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रायपुर,ओवर लोडिंग वाहनों की कार्यप्रणाली से ट्रांसपोर्टर शासन की कार्यवाही से असंतुस्ट है प्रदेश भर में जगह जगह ओवेरलोड़ भारी वाहन चल रहे है ,जिसकी वजह से दुर्घटना और रोड की दुर्दशा हो रही साथ ही लोगो के जान माल का खतरा हमेशा बना रहता है ,
शहर में विगत कुछ दिनों से लगातार ओवरलोड ट्रकें बेखौफ होकर शहर के भीतर तेज रफ्तार के साथ निकलते हैं। इसमें अधिकतर मुरुम गिट्टी रेत का परिवहन करने वाले ट्रकों के अलावा बाक्साइट पत्थर भरे ट्रक होते हैं। ये वाहन शहर की सीमा से होकर गुजरते हैं जिससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
ट्रक में क्षमता से ज्यादा लोड होने के कारण सडको पर रेत मिटटी गिरती है जिस से सडक के बगल से गुजरने वालो के जान का खतरा बना रहता है !कई बार मार्गो में इनके कारण जाम लग जाता है
।इसी प्रकार रायपुर से हाइवा, डंपर, जैसे भारी ट्रकों में क्षमता से अधिक रेत मुरुम गिट्टी बाक्साइट पत्थर भरा रहता है। जो तेजी से गुजरते हैं। इस मार्ग पर रोजाना लोगों की भीड़ रहती है। इन वाहनों से पत्थर गिरते रहते हैं। वहीं दूसरी ओर रायपुर- बिलासपुर मार्ग पर चलने वाले छोटे बड़े वाहन भी बेलगाम होक शहर के भीतर से तेज रफ्तार से गुजरती हैं। ट्रकों में लगे प्रेशर हार्न की आवाज से भी लोग परेशान हो जाते हैं।

ओवरलोड ट्रकों के खिलाफ नहीं होती कार्रवाई

शहर के अंदर से ओवरलोड वाहन बेखौफ होकर गुजरते है इससे ऐसा जान पड़ता है कि उन्हें कानून का कोई डर नहीं है।वही सूत्रों की माने तो ओवेरलोड़ के खेल में  आर टी ओ  विभाग और माइनिग  के अधिकारियो की मिली भगत से ये बिना खौफ़ इस खेल को अंजाम दिया जा रहा है !

इनका कहना है ….

ओवर लोडिंग को लेकर सरकार का रुख हमेशा से टाल मटोल वाला रहा है।आज भी जांच करे,तो बड़े संख्या मे गाडियाँ मिल जायगी।प्रशासन की कथनी और करनी मे जमीन आसमान का अन्तर है।यदि प्रशासन ओवर लोडिंग को शुरुआत मे ही रोकने की बात कर रही है,कोर्ट मे।तो आज दिनाक तक रेत खदानो मे क्या व्यवस्था किया गया।जिससे ओवर लोड माल न जा सके ।जबकि इस से ओवर लोडिंग के साथ साथ राजस्व की भी बहुत हानि हो रही है।

 आकाश तिवारी
           अध्यक्ष
छत्तीसगढ बिल्डिंग मटेरियल एवं लोकल परिवहन संघ

मुझे नही लगता कि हइकोर्ट के आदेश का भी कोई खास असर होने वाला है, क्योंकि राजधानी में हर जगह ओवरलोड वाहन धड़ल्ले से दौड़ रहे है एवं इन पर कभी कोई कार्यवाही भी नही हो रही जो कि परिवहन अधिकारियों की मिलीभगत को साफ दर्शाता है, ज्यादातर वाहन खनिज ढुलाई से संबंधित है इसलिए यदि खनिज एवं परिवहन विभाग चाहता तो ओवरलोड पे कब का अंकुश लग गया होता

     राजेश मिश्रा ( उपाध्यक्ष )
छत्तीसगढ़ बिल्डिंग मटेरियल परिवहन संघ

छ.ग. राज्य में सत्ता परिवर्तन के बाद आई काँग्रेस सरकार से सभी ट्रांस्पोटरो को ये उम्मीद जागी है अब सभी गाड़ी मालिक वो बड़े हो या छोटे सभी एक भार छमता के अनुरूप परिवहन करेंगे जिससे किसी को किसी तरह को कोई परेसानी वा हानि नही होगी

अफरोज ख्वाजा

ट्रांसपोर्टर रायपुर

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