मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए गंधर्व महोत्सव में सांकरदाहरा में हर साल इस महोत्सव के लिए डेढ़ लाख रूपए अनुदान की घोषणा
महाशिवरात्रि पर तीन दिवसीय महोत्सव भी होगा
मुख्यमंत्री ने 39.40 लाख रूपए की लागत से निर्मित भवन का किया लोकार्पण
बेन्दरकट्टा-कोहका मार्ग में शिवनाथ नदी पर बनेगा उच्चस्तरीय पुल
रायपुर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज राजनांदगांव जिले के डोंगरगांव विकासखंड के मोक्षधाम सांकरदाहरा देवरी में आयोजित गाड़ा (गंधर्व) महोत्सव एवं बसंत पंचमी कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने सांकरदाहरा में हर साल होने वाले इस महोत्सव के लिए 50 हजार रूपए के बजाए डेढ़ लाख रूपए का अनुदान देने की घोषणा की। उन्होंने सांकरदाहरा में महाशिवरात्रि के मौके पर हर वर्ष 3 दिवसीय महोत्सव आयोजित कराने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने यहां पर्यटन मद से 39 लाख 40 हजार रूपए की लागत से निर्मित वेटिंग भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि बेन्दरकट्टा-कोहका मार्ग में शिवनाथ नदी पर उच्चस्तरीय पुल बनाने के लिए धन राशि का प्रावधान विŸाीय वर्ष 2019-20 के बजट में कर दिया गया है। सराईपाली विधायक श्री किस्मतलाल नंद, खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी चन्दू साहू और डोंगरगांव विधायक श्री दलेश्वर साहू कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने अपने उद्बोधन में गंधर्व समाज के नागरिकों को महोत्सव के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर समाज को विकास की राह में आगे बढ़ने के लिए नई पीढ़ी की पढा़ई-लिखाई और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। शिक्षित और संगठित समाज तेजी से विकास करता है। उन्होंने इस मौके पर सामूहिक विवाह के महत्व पर विशेष रूप से अपनी बात रखते हुए कहा कि इससे धन और समय की बचत होती है। उन्होंने हर समाज में सामूहिक विवाह को बढ़ावा देने पर जोर दिया और कहा कि बचत धन का उपयोग बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने परिवार, गांव, समाज की उन्नति के लिए नशापान को भी बाधक बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में सभी समाजों के सहयोग से शराब बंदी लागू की जाएगी। इसके लिए सामाजिक जनजागरण जरूरी है। हर समाज की ओर से गांव-गांव में बैठक कर शराब पर प्रतिबंध लगाने के लिए पहल होनी चाहिए। लोगों को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद किसानों और कमजोर वर्गों के हित में नए-नए फैसले लिए जा रहे हैं। नई सरकार के पहले दिन ही किसानों के हित में दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। प्रदेश के 16 लाख से अधिक किसानों के 6 हजार 100 करोड़ रूपए के कृषि ऋण माफ कर दिया गया। धान की कीमत 2 हजार 500 रूपए प्रति क्ंिवटल करने का निर्णय लिया गया। श्री बघेल ने बताया कि दो दिन पहले ही उन्होंने विधानसभा में विŸाीय वर्ष 2019-20 के बजट भाषण में किसानों द्वारा राष्ट्रीयकृत बैंकों से लिए गए 4 हजार करोड़ रूपए के ऋण को भी माफ करने की घोषणा की है। इस तरह प्रदेश के किसानों के 10 हजार करोड़ रूपए के ऋण माफ किया गया है। यह मेहनतकश किसानों का अधिकार और
सम्मान है। श्री बघेल ने बताया कि नवम्बर 2019 में खरीफ मौसम में 2500 रूपए प्रति क्ंिवटल की दर से धान खरीदी के लिए 5 हजार करोड़ रूपए का बजट प्रावधान किया गया है। सभी राशन कार्डधारी परिवारों को 35 किलो चावल हर महीने देने तथा आगामी अप्रैल महीने से बिजली बिल आधा करने का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की नई सरकार ने कृषि आधारित ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को मजबूत बनाने के साथ-साथ परंपरागत खेती-किसानी और पशुधन के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए नई योजना शुरू की है। इस योजना को ग्रामीण परिवेश के अनुरूप नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी, छŸाीसगढ़ के चार चिन्हारी, ऐला बचाना है संगवारी का नाम दिया गया है। गांवों के आस-पास बहने वाले प्राकृतिक नालों को पुनर्जीवित करने प्राथमिकता से कार्य किया जाएगा। ऐसे जलóोतों में मुहाने से लेकर अंतिम छोर तक छोटे-बडे़ चेक डेम, स्टाप डेम या अन्य संरचनाएं बनाई जाएंगी। जिससे भू-जल में वृद्धि होने के साथ आस-पास के खेतों की सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। उन्होंने बताया कि पशुधन के संरक्षण के लिए हर गांव में तीन एकड़ क्षेत्र में गौठान विकसित किए जाएंगे। यहां पशुओं के लिए चारा-पानी की व्यवस्था की जाएगी। पशुओं के नस्ल सुधार के लिए भी कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। श्री बघेल ने कहा कि जंगलों तथा जंगलों के आस-पास हजारों गांव बंदरों से भी परेशान रहते हैं। खेती-बाड़ी और घरों को बंदरों द्वारा लगातार नुकसान पहुंचाए जाने की घटनाएं होती है। बंदरों के लिए जंगलों में ही भोजन की व्यवस्था करने साग, सब्जी और फलदार पौधे उगाने के लिए भी कार्यक्रम शुरू करने की योजना है। उन्होंने कहा कि जंगलों में व्यापक पैमाने पर साग, सब्जी और फलदार पौधों के बीजों का छिड़काव किया जाएगा। खीरा-ककड़ी के बीजों का छिड़काव प्राथमिकता से होगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि जनता के सहयोग एवं आशीर्वाद से प्रदेश सरकार जनघोषणा पत्र में शामिल सारे वादे पूरी करेगी। श्री बघेल ने महोत्सव में नव दंपŸिा को आशीर्वाद भी दिया।
समारोह में खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी चन्दू साहू ने हर समाज को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा और मजबूत संगठन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संगठित, शिक्षित और संघर्षशील समाज निरंतर प्रगति करता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में किसानों की भलाई के लिए गए फैसलों से किसानों के चेहरे में मुस्कान आई है। उन्होंने सांकरदाहरा में गंधर्व महोत्सव आयोजित करने की परंपरा शुरू करने के लिए गंधर्व समाज के सभी नागरिकों की सराहना की। सराईपाली विधायक श्री किस्मतलाल नंद, गंधर्व समाज के प्रांताध्यक्ष श्री अशोक नायक, राजनांदगांव जिला अध्यक्ष श्री माधो लाल देवदास और सांकरदाहरा विकास समिति के अध्यक्ष श्री कमलनारायण वैष्णव ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
कार्यक्रम में गंधर्व महिला समाज की प्रांताध्यक्ष श्रीमती रेखा देवदास, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चित्रलेखा वर्मा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री सुरेन्द्र दाऊ, पूर्व विधायक श्री भोलाराम साहू, श्रीमती तेजकुंवर नेताम सहित अनेक स्थानीय जनप्रतिनिधि, गंधर्व समाज के नागरिकों के साथ बड़ी संख्या में आम नागरिक उपस्थित थे।