छत्तीसगढ़ी को राजभाषा का दर्जा दिलाने हम सब मिलकर प्रयास करेंगे -भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री ने पद्मश्री स्वर्गीय पंडित श्यामलाल चतुर्वेदी के परिजनों से की मुलाकात
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री चतुर्वेदी ने जीवन भर छत्तीसगढ़ी भाषा और छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा की है। छत्तीसगढ़ी मीठी भाषा है और स्व. श्री चतुर्वेदी जी पुराने से पुराने छत्तीसगढ़ी शब्दों को पिरोकर इस गुरतुर भाषा का प्रयोग करते थे। श्री बघेल ने स्व. श्री चतुर्वेदी जी निवास की कॉलोनी चितले के प्रवेश द्वार का नामकरण श्री चतुर्वेदी के नाम पर करने हेतु प्रस्ताव बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इस अवसर पर तखतपुर विधायक श्रीमती रश्मि सिंह, स्व. श्री चतुर्वेदी के पुत्र श्री शशिकांत चतुर्वेदी और श्री सूर्यकांत चतुर्वेदी तथा अन्य परिजन उपस्थित थे।