सूपा बोले तो बोले चलनी भी बोले जिसमें 72 छेद : शिवरतन शर्मा के बयान पर त्रिवेदी का पलटवार
15 वर्षो की भाजपा की वादाखिलाफी ने ही तो भाजपा को 15 सीटों तक पहुंचाया
रायपुर, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता शिवरतन शर्मा के बयान पर पलटवार करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि शिवरतन शर्मा ने कांग्रेस पर वादाखिलाफी का झूठा आरोप लगाया है। वादाखिलाफी तो भाजपा ने लगातार छत्तीसगढ़ और देश में मतदाताओं के साथ की है। 2003, 2008 और 2013 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने संकल्प पत्र और घोषणा पत्र के द्वारा छत्तीसगढ़ प्रदेश की जनता के साथ धोखाधड़ी ही तो की थी। छत्तीसगढ़ के किसानों को शिवरतन शर्मा बताये कि 2100 रू समर्थन मूल्य 5 साल तक 300 रू बोनस एक-एक दाना धान की खरीद का क्या हुआ था? भाजपा से 5 हॉर्स पावर पंप के मुफ्त बिजली कनेक्शन का हिसाब किसानों को भाजपा को देना चाहिये था। हर आदिवासी परिवार को 10 लीटर दूध देने वाली जर्सी गाय और सर आदिवासी परिवार से एक-एक सदस्य को सरकारी नौकरी का क्या हुआ यह भी छत्तीसगढ़ के मतदाता और खासकर बस्तर के लोगो को शिवरतन शर्मा को बताना चाहिये था। बेरोजगारी भत्ता के मसले पर नौजवानों, सरकारी कर्मचारियों और छोटे छोटे लघु कर्मचारियों पर भाजपा के घोषणा पत्रों में की गई वादाखिलाफी से पूरे प्रदेश में भाजपा से नाराज रही है और है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता शिवरतन शर्मा काम करने वाली कांग्रेस सरकार पर मिथ्या आरोप लगाते हुये बड़ी-बड़ी बात न करें। वादाखिलाफी तो भाजपा की सरकारों की फितरत है। भाजपा केंद्र सरकार ने भी तो अच्छे दिन आयेंगे का वादा किया था लेकिन दिन नहीं आयें, विदेशों से कालाधान नही आया-एक पैसा नहीं आया। हर व्यक्ति के खाते में 15 लाख नहीं आये। जीरो टालरेंस अगेन्स्ट करप्शन भी झूठा वादा साबित हुआ। मजबूत लोकपाल भी नहीं आया। हर साल दो करोड़ युवाओं का रोजगार नहीं मिला लेकिन जीएसटी नोटबंदी से करोड़ो का रोजगार छिन गया। 5 वर्षो में 10 करोड़ लागो को रोजगार नहीं मिला। महिला आरक्षण बिल भी पारित नहीं कराया जा सका। वन रैंक वन पेंशन भी झूठा वादा निकला। महंगाई पर लगाम लगाने में मोदी सरकार विफल रही। स्वामीनाथन कमीशन की रिपोर्ट लागू का फसल की लागत पर 50 प्रतिशत दे पाने में मोदी सरकार विफल रही। केंद्र सरकार के कृषि एवं लागत मूल्य आयोग की रिपोर्ट में धान की लागत 1484 रूपये प्रति क्विंटल दर्शाया गया उसके बाद डीजल के दाम 14-15 रूपयों की एवं खाद की कीमतें 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इन सबको देखते हुये किये गये वादों अनुरूप मोदी जी को 2500 रूपये एमएसपी की घोषणा करनी थी जो नहीं की गयी। मात्र 1750 रूपये की गयी। कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ राज्य 2500 रूपये में किसानों द्वारा उत्पादित धान की खरीदी की गई है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकारो की वादाखिलाफी की बिन्दुवार फेहरिस्त जारी करते हुये कहा है कि भाजपा प्रवक्ता शिवरतन शर्मा इसे देख लें और उसके बाद कांग्रेस की एक माह पुरानी सरकार पर वादाखिलाफी के झूठे आरोप लगाये।
छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार की वादाखिलाफी की फेहरिस्त
धान 2100 रू. प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य और 5 साल तक 300 रू. प्रति क्विंटल बोनस के वादे क्या हुआ ?
किसान कर रहे आत्महत्या, किसानों के एक एक दाना धान खरीदी करने के वायदे का क्या हुआ?
आपने सस्ती बिजली देने का वादा किया था, किसानों को मुफ्त बिजली देनी थी, क्या हुआ उस वादे का? बिजली तो कई गुना महंगी हो गई।
शिक्षाकर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानीन, प्रेरक, पंचायत सचिव, लघु वेतन कर्मचारियों का संविलियन?
किसानों, बेरोजगारों, मजदूरों का पलायन व भूख से मौते – भय, भूख ना अत्याचार के नारे का क्या हुआ ?
बेरोजगारों को न रोजगार और ना ही बेरोजगारी भत्ता – रोजगार व भत्ते देने के वायदे का क्या हुआ?
36 हजार करोड़ का नान एवं राशन कार्ड घोटाला, 10 हजार करोड़ का चिटफंड कम्पनी घोटाला, मुख्यमंत्री का कमीशनखोरी की स्वीकारोक्ति – भ्रष्टाचार मुक्त सुशासन के वायदे का क्या हुआ ?
बस्तर सहित पूरे प्रदेश में नक्सलवाद का फैलाव, पुलिस नक्सली मुठभेड़ के नाम पर मर रहे आदिवासी – नक्सली उन्मूलन के वायदे का क्या हुआ ?
झीरम घाटी में कांग्रेस नेताओं सहित 30 बेकसूरों की मौत, राजनैतिक साजिश – सीबीआई जांच के वायदे का क्या हुआ ?
27000 महिलाएं लापता, राज्य में हो रहे हर दिन छह बलात्कार, तो महिलाओं की सुरक्षा व संरक्षण देने के वायदे का क्या हुआ ?
महिलाओं की कोख उजाड़ना, नसबंदी कांड में 13 महिलाओं की मौत, 37.5 प्रतिशत महिलाएं कुपोषित, लिंगानुपात घट रहा है – क्या हुआ महिलाओं को सुरक्षा देने के वादे का?
अनुसूचित जाति व जनजाति पर हो रहे अत्याचार, हिरासत में मौतें- उनके संवैधानिक अधिकारों के सुरक्षा के वायदे का क्या हुआ ?
आदिवासियों, अजा एवं पिछड़े वर्ग के वनाधिकार का कानून (FRA) के पालन करने के वायदे का क्या हुआ ?
आदिवासियों व भूमि स्वामियों के अधिग्रहित भूमि उद्योग नही लगने पर वापस करने का कानून – भूमि अधिग्रहण कानून के र्प्रावधान को पूरा करने के वायदे का क्या हुआ ?
प्रति परिवार 35 किलो चावल से घटा कर 7 किलो चावल प्रति व्यक्ति करना, पात्र परिवारों के राशन कार्ड निरस्त करने से गरीबों की हो रही भूख से मौत- खाद्य सुरक्षा प्रदान करने के वायदे का क्या हुआ ?
सरकार का स्वयं शराब ठेकेदार बन शराब बेचना, 15 सौ करोड़ अवैध कमीशन वसूलना – प्रदेश में क्रमशः शराबबंदी के वायदे का क्या हुआ ?
रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) में 150 दिन रोजगार देने का कानून, अकाल पड़ने पर प्रदेश में 200 दिनों का रोजगार का वायदा किसान कर रहे पलायन, मजदूरी का भुगतान नही – क्या हुआ तेरा वायदा ?
अंखफोड़वा कांड जारी है, किडनी रोग से प्रदेश में हो रही रोज मौतें, प्रदेश के सरकारी अस्पतालों का बुरा हाल – स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के वायदे का क्या हुआ ?
प्रदेश के 3000 हजार स्कूल बंद, 54 हजार शिक्षकों के पद रिक्त, बार बार शिक्षा सत्र व शिक्षा नीति में बदलाव – शिक्षा के अधिकार के वायदे का क्या हुआ?
भाजपा व आरआरएसएस नेताओं के संरक्षण में सरकारी गौशाला में सैकड़ों गायों का वध व गौ मांस का व्यवसाय – गौ माता की सुरक्षा एवं सेवा के वायदे का क्या हुआ ?
प्रत्येक वर्ष कालेज में प्रवेश करने वाले छात्र/छात्राओं को लेपटाप/टेबलेट का वितरण, नौकरी दिलाने का सब्जबाग-युवा बजट पेश कर युवाओं के सपनो को पूरा करने के वायदे का क्या हुआ ?
औद्योगिक विकास का वायदा, पुनर्वास नीति का प्रदेश में उल्लंघन- पुनर्वास नीति के पालन कराने के वायदे का क्या हुआ ?
रेत, मुरूम, गौंण खनिज का अवैध उत्खनन, नदी नालों को बेच दिया- प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के वायदे का क्या हुआ ?
आदिवासियों को उद्योगपतियों द्वारा किए जाने वाले लूट को आसान बनाने भू-राजस्व संहिता में संशोधन कर आदिवासियों के जमीन को हड़पने का किया प्रयास – ’’पेसा कानून’’ आदिवासियों के संरक्षण के वायदे का क्या हुआ ?
पंचायतों के अधिकार छीन लिए यहां तक कि विकास के पैसों को भी नहीं छोड़ा और मोबाइल टॉवर के नाम पर खाते से पैसे निकाल लिए- पंचायतों को मजबूत करने के वादों का क्या हुआ?
भाजपा ने छत्तीसगढ़ को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाने का वादा किया था – उस वायदे का क्या हुआ?