एकात्म परिसर भाजपा कार्यालय में पत्रकार के साथ मारपीट
रायपुर। राजधानी के एकात्म परिसर भाजपा कार्यालय में पत्रकार के साथ मारपीट की गई। बैठक में हंगामे के वीडियो लेने पर कार्यकर्ता नेताओ के इशारे पर पिटाई करने लगे। पत्रकार सुमन पांडे के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने की मारपीट ये पत्रकारिता के लिए काला दिवस है। यानी भाजपा नेता विधानसभा चुनाव में मिली हार को पचा नहीं पा रही है। हार की बौखलाहट से गुस्सा पत्रकारों से मारपीट कर शान्त करना चाहती है। चुनाव में संगठन और सरकार की भूमिका को लेकर कार्यकर्ताओं ने नाराजगी जाहिर की। इसके बाद मामला बिगड़ गया। इस दौरान हंगामे की वीडियो बना रहे एक पत्रकार से भी भाजपा कार्यकर्ताओं ने झूमाझटकी की। कार्यकर्ताओं ने पत्रकार से हंगामे का वीडियो डिलीट करा दिया। झूमाझटकी में पत्रकार सुमन पांडेय को चोट आने की भी खबर आ रही है।मीडिया पर हमला लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को राजनीतिक दल अपने गुस्से का शिकार बना रहें हैं। पत्रकार साथी इसकी कड़ी निंदा करते हैं। यानी सवाल पूछने पर कांग्रेसी ब भाजपाई होने का आरोप पत्रकारों पर लगाया जाता है। पत्रकार जात, धर्म, देश, राजनीतिक पार्टी में अपना लाभ व नुकशान को दरकिनार कर सूचनाओं को जनता तक समाचार के माध्यम से पहुंचते हैं। ऐसे में चुनाव में हार व जीत होने पर मीडिया पर हमला किसी राजनितिक दल को शोभा नहीं देता। पहले भाजपा के अनिल जैन ने एक वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवास राव को कांग्रेसी कहा। वरिष्ठ पत्रकार रविकांत कौशिक को भी भला-बुरा कहा। अब खबर है कि आज पत्रकार सुमन पांडे को जान से मारने मारने की कोशिश की है। यह घटना भाजपा कार्यालय में घटित हुई है। लेखकों और पत्रकारों को भाजपा दोयम दर्जे का समझती है। हार की खींझ पत्रकारों पर निकाली जा रही है। हमें फासीवादी ताकतों का जमकर मुकाबला करना है। जो कुछ सुमन पांडेय के साथ हुआ वह घोर निंदनीय है। वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सोनी ने कहा कि मैं इस घटना की निंदा करता हूं। इधर घटना को लेकर कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि भाजपा दफ्तर में भाजपा के पदाधिकारियों द्वारा पत्रकार पर हमला उसके द्वारा शूट किए गए वीडियो को डिलीट करना प्रेस की आजादी पर हमला है। भाजपा का वास्तविक चरित्र उजागर हुआ।