आत्म अवलोकन कर विद्यार्थी अपनी कमजोरी को अवसर में बदले:भूपेश बघेल
डॉ. खूबचंद बघेल महाविद्यालय के स्नेह सम्मेलन में मुख्यमंत्री शामिल हुए
मुख्यमंत्री ने यहां राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर प्रदर्शित छायाचित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया और छत्तीसगढ़ राज्य के प्रथम स्वप्न दृष्टा डॉ. खूबचंद बघेल और ज्ञान की देवी माता सरस्वती के तैलचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर स्नेह सम्मेलन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्नेह सम्मेलन महाविद्यालय का एक उत्सव है तथा विद्यार्थियों के लिए अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर भी है। यह एक संक्रमण काल भी होता है, जो विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी करने के लिए तरोताजा करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी के नेतृत्व में देश की आजादी की लड़ाई दुनिया की एक ऐसी लड़ाई है, जो बिना अस्त्र-शस्त्र के तथा सत्य एवं अहिंसा के बल पर लड़ी गई। इससे देश को आजाद करने में कामयाबी मिली। मुख्यमंत्री ने भिलाई-3 में महाविद्यालय खोलने के लिए पूर्व विधायक दाऊ चोलाराम चन्द्राकर का जिक्र करते हुए कहा कि प्रारंभिक सत्र में 5 कमरों में संचालित यह महाविद्यालय अब एक भव्य भवन में संचालित हो रहा है। प्राचार्य द्वारा ध्यान आकर्षित किए जाने पर श्री बघेल ने कहा कि महाविद्यालय परिसर से अतिक्रमण हटाया जाएगा।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय मंत्री श्री गुरू रूद्र कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि देश के भविष्य निर्माण और व्यक्तिगत विकास के लिए शिक्षा जरूरी है। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. ज्योति राजे सिंह ने महाविद्यालय की शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों से संबंधित प्रतिवेदन का वाचन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापकगण, स्थानीय जनप्रतिनिधि और महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।