बदजुबानी का इतिहास रहा है कांग्रेस का: शर्मा
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के ट्वीट को लेकर कांग्रेस को हुई पीड़ा को हास्यास्पद बताया है। पार्टी ने कहा कि राजनीति में भाषा और वाणी-संयम की सीख कांग्रेस किसी को देने का अधिकार नहीं रखती।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह के ट्वीट करने पर कांग्रेस के लोगों को पीड़ा होना हास्यास्पद है। डॉ. सिंह ने प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली व ‘जांच-जांच‘ खेलने पर कटाक्ष किया है और सवाल किया कि संख्या में अधिक हो जाने से क्या सियारों ने सिंह पर विजय पाई है? कांग्रेस नेता डॉ. सिंह पर ऊलजलूल टिप्पणियां कर ‘सियार‘ शब्द पर तिलतिलाए क्यों है? कांग्रेसियों की यह तिलमिलाहट तब कहां थी जब श्रीमती सोनिया गांधी ने श्री नरेन्द्र मोदी को मौत का सौदागर कहा था? गुजरात के मुख्यमंत्री से लेकर आज प्रधानमंत्री पद पर बैठे श्री मोदी पर न जाने कितनी ही अभद्र-असंसदीय टिप्पणियां कांग्रेस के बड़े नेताओं ने की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तो मानसरोवर की यात्रा के बाद से प्रधानमंत्री श्री मोदी को ‘चोर‘ कहने का कोई मौका नहीं छोड़ते। प्रदेश के मुख्यमंत्री तक ऐसी ही टिप्पणी श्री मोदी को लेकर कर चुके हैं। कांग्रेस के लोगों को याद रखना चाहिए कि हाल ही में छत्तीसगढ़ के पूर्व कांग्रेस प्रभारी बी.के. हरिप्रसाद ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अस्वस्थ होने पर जिस अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, क्या वह वाणी-संयम की मिसाल है?
श्री शर्मा ने कहा कि आज डॉ. सिंह के कथन पर वाणी-संयम और भाषा की मर्यादा का ख्याल कांग्रेसियों को आ गया! डॉ. सिंह ने तो मर्यादित भाषा में एक मुहावरे का इस्तेमाल किया है तो फिर ‘सियार‘ शब्द पर कांग्रेस के छुटभैये ‘हुआ-हुआ‘ क्यों करने लगे? भाजपा प्रवक्ता-विधायक शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के लोग पहले अपना गिरेबां झांकें, अपनी भाषा पर संयम रखने का अभ्यास करें। भाजपा को उनकी सीख और नसीहतों की जरूरत नहीं है। प्रदेश सरकार जिस रीति-नीति पर चलकर काम कर रही है, वह छत्तीसगढ़ के सद्भावनापूर्ण राजनीतिक परिवेश के अनुकूल नहीं है। प्रदेश सरकार उदार होकर जनकल्याण के कामों पर धयान दे, राजनीतिक प्रतिशोध निकालने में वक्त जाया न करे।