रस्सी जल गई पर भाजपा नेताओ की ऐठन अब भी बरकारा :हार की खीझ पर पत्रकारों से बदजुबानी पर उतारू क्यू हो रहे अनिल जैन
रायपुर : लोकसभा चुनाव के नजदीक आते आते अब भाजपा नेता विधानसभा में मिली करारी शिकस्त का गम नहीं भुला प् रहे और अनाप शंनाप बयान बाजी करने पर आमादा हो गए ,बात निकलेगी तो फिर दूर तलक जाएगी … कुछ इसी अंदाज़ में आत्मा मथन करना तो दूर अपने ही पार्टी के वारिस्ठो को दरकिनार कर कुछ लोग अब भाजपा में हिटलर शाही थोपना कर पार्टी की शाख को गर्त में ले जा रहे और अब तो आलम ये है की पत्रकारों के सवाल जवाब को भी कांग्रेस से है क्या आप बोल कर तौहीन की जा रही ,जब आप को यही सब करना है तो पत्रकार वार्ता आयोजित ही क्यू करवाते है ?कुछ ऐसा ही मामला आज अनिल जैन की पत्रकार वार्ता में देखने सुनने को मिला ,अंतर्कलह से परेशान चल रही भारतीय जनता पार्टी में विधानसभा चुनावो में मिली करारी हार का मलाल साफ़ नज़र आने लगा है .कभी प्रदेश अध्यक्ष द्वारा कार्यकर्ताओ पर हार का ठीकरा फोड़ना, तो कभी कुछ और, हद तो तब हो गई जब आज भाजपा प्रभारी अनिल जैन द्वारा पत्रकारवार्ता के दौरान पत्रकारों के सवाल पर तिलमिला कर पत्रकरों से ही आप कांग्रेसी है का पूछ लिया . जिसकेबादपत्रकारों ने भी भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ अनिल जैन के खिलाफ पत्रकार वार्ता के दौरान ही मोर्चा खोल दिया.भाजपा की प्रेसवार्ता के दौरान जब प्रदेश प्रभारी से ये सवाल पूछा गया था कि – विधानसभा चुनावो में भाजपा की हार के लिए जिम्मेदार कौन हैं… और हार के बाद इस्तीफा क्यों नहीं दिया गया ? जिसके जवाब में अनिल जैन भड़क गये।पत्रकार पर अपनी खीज निकलने तुए उन्होंने पूछा की “क्या आप कांग्रेसी हैं ?…प्रभारी के नाते हार की जिम्मेदारी मेरी है, लेकिन पद पर मुझे बने रहना है कि नहीं, ये पत्रकार तय नहीं करेंगे, मेरी पार्टी तय करेगी, मेरी पार्टी ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे निभा रहा हूं”इसके बाद पत्रकारवार्ता में बहस की स्तिथि बन गई.इसके बाद पत्रकारों ने भी जम कर इस गुस्ताखी के लिए जैन को खरी खोटी सुनाई और उनकी बोलती बंद कर दी, स्तिथि को बिगड़ता देख भाजपा नेताओ ने बात को बना लिया लेकिन आज क इस घटना के मेदा जगत में भाजपा को लेकर तरह-तरह की बातें हो रही है .अनिल जैन के द्वारा मीडिया कर्मियों को सवाल पूछने पर कांग्रेसी कहने पर कांग्रेस ने भी तीखी प्रत्रिक्रिया दी है. कांग्रेस नेत्री किरणमयी नायक ने कहा की ये हार की झुंझलाहट है जिसके कारन वे अपना मानसिक संतुलन खो चुके है इसलिए अनर्गल प्रलाप कर रहे है .बता दे पंद्रह साल राज करने के बाद भी विधानसभा चुनावो में भाजपा की करारी हार के बाद अंतर्कलह की स्तिथि बन गई है . आज ही भाजपा के उन्होंने लोकसभा चुनाव के लिहाज से बनाए गए क्लस्टर प्रभारियों की नियुक्ति को लेकर सवाल उठाया.सूत्रों की माने तो बैठक में नेताओं की नाराजगी का आलम यह था कि एक वरिष्ठ विधायक ने ये तक कह दिया कि जिस तरह से संगठन फैसले ले रहा है, यही स्थिति बनी रही तो आगामी लोकसभा चुनाव में एक भी सीट बीजेपी नहीं जीत पाएगी.इतना ही नहीं पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल अपनी ही पार्टी से नाराज बताए जा रहे हैं. यही वजह है कि लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर बुलाई गई रणनीतिक बैठक में रायपुर में रहने के बावजूद वह शामिल नहीं हुए. पिछले दिनों बृजमोहन के मीडिया प्रभारी ने भी भाजप् प्रदेश अध्यक्ष रहे कौशिक को लेकर कई गंभीर वक्तव्य दिए थे .