भ्रष्टाचार :पेड़ो की अंधाधुंध कटाई कर जेसीबी से कराया जा रहा उत्तखनन कार्य
सूरजपुर: (अजय तिवारी) वनपरिक्षेत्र खोड में इनदिनों भ्रष्टाचार का खेल चरमसीमा पर चल रहा है जिसका जीता जागता उदाहरण विभाग द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यो को देखकर कोई भी अंदाजा लगा सकता है।
विदित हो की कल स्थानीय मीडिया कर्मियों को ग्राम खोड़ के ग्रामीणों ने अभ्यारण क्षेत्र में वन विभाग द्वारा कराए जा रहे अवैध उत्तखन्न करने के सम्बंध में सूचना दिया गया जिसके पश्चात मीडिया कर्मियों के साथ ग्रामीणों ने मौके पर पहुचकर पाया की माहोबाड़ केसर में जेसोबी मशीन लगाकर उत्तखनन किया जा रहा है जिसमे सात ट्रेक्टर भी परिवहन में लगे हुए थे ।ग्रामीणों के साथ मीडियाकर्मियों ने मौके पर उत्तखनन के सम्बंध में जानकारी लेने के उद्देश्य से सम्बन्धित दस्तावेज की मांग की तो कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नही कराया गया तथा मौके पर वन विभाग का कोई भी जिम्म्मेदार अधिकारी उपस्थित नही था एवम दो व्यक्ति गया जायसवाल व अजय जायसवाल जो कि मौके पर उपस्थित थे उन्होंने बताया की हमलोगों द्वारा रेंजर व एसडीओ से ठेका में लेकर निर्माण कराया जा रहा है तथा हमलोगों के पास कोई इससे सम्बन्धित कोई भी दस्तावेज नही है।
वहीं ग्रामीणों ने बताया की वन विभाग द्वारा पूर्व में भी जो काम कराया गया है जेसीबी मशीन से ही कराया गया है तथा जो काम मजदूरों से कराया गया था उसका आज की वर्ष पूर्व का भी मजदूरी भुगतान बकाया है जिसके सम्बंध में कुछ माह पूर्व ग्रामीणों द्वारा हड़ताल के साथ चक्काजाम भी किया गया था जिसमे सम्बन्धित जिम्मेदार अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वाशन भी दिया था की सप्ताह भर के अंदर मजदूरी भुगतान हो जाएगा जिसके बावजूद भी आज तक मजदूरी भुगतान नही हो सकी है ।
वहीं विश्वस्त सूत्रों ने यह भी बताया की एसडीओ रेंजर द्वारा अपने मनचाहे व्यक्तियों से निर्माण कार्य को कराकर भ्राष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है ।उन्होंने यह भी बताया की पूर्व में भी जो काम वन विभाग द्वारा कराया गया है वह भी गया जायसवाल व उनके भतीजे अजय जासवाल के द्वारा ही कराया गया था जिसका ही फर्जी तरीके से मजदूरी भुगतान प्राप्त कर लिया गया और जो वास्तविक रूप से मजदूर उस निर्माण कार्य में काम किये थे उनको मजदूरी नही मिल पाया है।
बड़े बड़े पेड़ ठूंठ में हुए तब्दील :
ज्ञात हो की जहां पर एक तरफ अभ्यारण क्षेत्र होने के कारण वन विभाग द्वारा तेंदूपत्ता तोड़ने तक कि अनुमति ग्रामीणों को नही दी गयी है इसी कारण खोड़ में कई दशकों से तेंदू पत्ता खरीदी भी विभाग द्वारा नही की जा रही है वहीं इन सब के विपरीत विभाग द्वारा स्वम ही अबतक लगभग 50 की संख्या में बड़े बड़े शाल व तेन्दू के पेड़ों को काटकर ठूठ में तब्दील कर दिया गया है ।
वहीं इस सम्बंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी खोड़ से बात की गई तो उनके द्वारा बताया की मुझे विभाग के एसडीओ व डीएफओ द्वारा आदेश प्राप्त है कि निर्माण कार्य जेसीबी मशीन से होगा और उक्त निर्माण कार्य के परिसीमा में आने वाले पेड़ो को भी काटने की स्वतन्त्र अनुमति प्रदान की गई है ।
उक्त निर्माण कार्य वन विभाग का है जो कि गया जैसवाल को ठेके पर दिया गया है ।जेसीबी मशीन व ट्रेक्टर से कार्य मेरे आदेश से ही कराया जा रहा है ।
एसडीओ
एलिफेंट रिजर्व
जेसीबी मशीन लगाकर कार्य करना पूर्णतः गलत है ।क्षेत्र के ग्रामीणों के पास पर्याप्त रोजगार नही है जिस कारण उनको पड़ोसी राज्य में मजदूरी करने जाना पड़ता है ।ग्रामीणों की हमेशा मांग रहती है कि निर्माण कार्य मजदूरों से हो ताकि उनको रोजगार मिल सके ।
सावित्री सिंह
जनपद सदस्य
खोड़
वहीं ग्रामीणों ने यह भी चेतावनी दी है की यदि वह विभाग द्वारा जेसीबी मशीन से कराये जा रहे निर्माण कार्य को बन्द कराकर मजदूरों से नही कराया गया तो उनके द्वारा कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन करने के साथ अपने हक की खातिर आंदोलन भी करना पड़ा तो तैयार है।