दि एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर ‘ फिल्म पर रोक लगाकर कांग्रेस नेता सच से भाग रहे: भाजपा
यह असहिष्णुता और अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला: श्रीवास्तव
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू की किताब पर बनी फिल्म ‘दि एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर‘ के प्रदर्शन पर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा रोक लगाए जाने के फैसले को ‘असहिष्णुता‘ और ‘अभिव्यक्ति की आजादी‘ पर हमला बताया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार यह रोक लगाकर कांग्रेस राजनीतिक चरित्र के दोहरेपन को जाहिर किया है। फिल्म के ट्रेलर दिखाए जाते वक्त प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि छत्तीसगढ़ में फिल्म का प्रदर्शन रोका नहीं जाएगा, लेकिन उन्होंने अब ठीक उसके उलट आचरण किया है। श्री श्रीवास्तव ने इस बात पर हैरत जताई कि सन् 2014 में जब यह किताब छपी, तब कांग्रेसियों ने मुंह पर ताला लगा रखा था, पर अब फिल्म दिखाने के वक्त प्रलाप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दरअसल डॉ. मनमोहन सिंह का 10 साल का कार्यकाल वह कड़वा सच है जिसमें एक परिवार ने पूरे देश को बंधक- सा बनाए रखने का शर्मनाक राजनीतिक आचरण प्रस्तुत किया था। अब कांग्रेस के लोग लोकसभा चुनाव के पहले सच का सामना करने से डर रहे हैं और लोगों तक सच पहुंचने नहीं दे रहे हैं। जेएनयू, अर्बन नक्सलाइट, आतंकवादियों के मामलों में ‘अभिव्यक्ति की आजादी‘ का झण्डा लेकर चलने वालों को अब अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब समझ नहीं आना हैरत में डाल रहा है, वहीं ‘अवार्ड वापसी गैंग‘ के चेहरों के साथ ही कतिपय फिल्म अभिनेताओं को इसमें न तो असहिष्णुता नजर आ रही है, न उन्हें डर लग रहा है और न ही उन्हें गुस्सा आ रहा है। ऐसे दोहरे चरित्र के लोगों ने विश्व पटल पर अपने निहित स्वार्थों के चलते देश की प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ करने का शर्मनाक आचरण प्रस्तुत किया। भाजपा प्रवक्ता श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस नेताओं के लिए तो अभिव्यक्ति की आजादी कोई मायने नहीं रखती। आपातकाल और उन दिनों ‘आंधी‘ तथा ‘किस्सा कुर्सी का‘ फिल्मों को प्रतिबंधित करना इसके जीते-जागते नमूने हैं।