सूरजपुर/ जरही में 20वर्ष के युवा का फँसी पर लटका मिला शव : पुलिस पर उठ रही उंगलिया
जोगी एक्सप्रेस
ब्यूरो अजय तिवारी
सूरजपुर/ जरही : जिले के भटगांव थानार्तगत ग्राम चुनगढी के आश्रीत ग्राम खोखापारा निवासी विनय विश्वकर्मा आत्मज दुखन राम उम्र 20वर्ष गुरूवार सुबह घर मे ही फाँसी पर लटका मिला ।घर वाले इस घटना कि जानकारी अपने पड़ोसियो को दी इसके बाद थाने मे आकर सुचना दी गयी।घटना कि जानकारी लगते ही भटगांव पुलिस मौके पर दल बल के साथ पहुच कर शव को कब्जे मे लेकर भटगांव लाकर पोस्टमार्टम गया ।
मिली जानकारी के अनुसार मृतक युवक कि लडाई कुछ माह पूर्व पड़ोस में ही रहने वाले गोवर्धन से किसी बात को लेकर झगडा हुई थी जिसपे गोवर्धन नाम के व्यक्ति भटगांव थाने मामला मृतक युवक के खिलाफ दर्ज कराई थी जिसपे भटगांव पुलिस बुधवार को सुबह युवक को गिफ्तार कर थाने लाई जहा धारा 151के तहत् कार्यवाही कर भटगांव तहसील मे जमानत के लिए करीब 4 बजे पेश किया जहाँ पदस्थ तहसीलदार कार्यालय में उपस्थित नही थे ।कार्यालय से बाहर होने कि जानकारी मिलने पर पुलीस ने संपर्क कि तो तहसीलदार द्वारा करीब दो घंटे बाद पहुचने के अश्वासन पर भटगांव पुलिस आरोपीयों के साथ तहसीलदार के आने का प्रतिक्षा करती रही अंततः तहसीलदार करीब रात्री 1
बजे तहसील आफिस पहुचे इसके बाद मृतक युवक को जमानत दी गयी ।
मृतक के परिजनों ने लगाया पुलिस पर आरोप
वहीं दूसरी ओर
मृतक विनय के परिजनों ने आरोप लगाया है की पढ़ने लिखने वाले लड़के को भटगांव पुलिस द्वारा बेइज्जत किया गया ।विनय को घर से गिरफ्तार कर ले जाने के बाद तहसील कार्यालय में जमानत के लिए दोपहर तीन बजे से रात डेढ़ बजे तक दस आरोपियों के साथ बैठा के रखा गया ।मृत छात्र तो मेधावी छात्र था पर उसके साथ जमानत के लिए बैठे अन्य लोग आरोपी थे और छात्र को उन लोगो से साथ तहसील में आने जाने वाला हर शख्स देख रहा था।स्वाभाविक है कि एक इज्जतदार छात्र के लिए ये घटना बड़े ही शर्मसार करने वाली थी जिसको विनय बर्दास्त नही कर पाया अंततः उसने फांसी लगा ली।
कुछ माह पूर्व भी पुलिस द्वारा थाने लाया गया था सूत्र
इस पूरे मामले में विनय के साथ उसके चचेरे भाई रवि कुमार विश्वकर्मा थे। उनके द्वारा बताया गया की कल से पूर्व भी होली के समय एक बार पुलिस विनय को गिरफ्तार कर ले गई थी तब थाने से ही हाथ पैर जोड़कर छुड़ाया गया था। लेकिन बीते कल बुधवार को भटगांव पुलिस ने घर से ही विनय को गिरफ्तार किया। जब थाना जाकर गिरफ्तारी का कारण पूछा गया तो पता चला की 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की गई है जबकी विनय एक सामान्य सा छात्र था उसने कक्षा बारहवीं 85 प्रतिशत अंको से उत्तीर्ण किया था तथा हमेशा अपनी पढ़ाई में ध्यान देता था ।उसके बाद पुलिस ने विनय सहित अन्य दस आरोपियों को जमानत के लिए एक साथ तहसील कार्यालय ले कर आई लेकिन वहां पर तहसीलदार नहीं थे लिहाजा सभी को तहसील कार्यालय में ही बैठा दिया गया।इधर पुलिस वालो द्वारा भी तहसीलदार से फोन पर बात की गयी तब इसी दौरान यह भी कहा गया की बिना खर्चा किये जमानत नहीं मिलेगी।
वहीं अगर स्थानीय सूत्रों की माने तो विनय भटगांव पुलिस की कार्यप्रणाली से तंग आ चुका था ।उसे यह लगने लगा था कि उसका भविष्य बर्बाद हो गया है अब उसे न तो समाज में मान सम्मान मिल पायेगा और न ही सरकारी नौकरी ही मिल पाएगी ।जिस कारण वह पूर्ण रूप से व्यथित था और अंदर से टूट चुका था जिस कारण ही उसके द्वारा ऐसा कदम उठाया गया।
तहसीलदार पर भी लग रहा रुपया लेकर जमानत देने का आरोप
वहीं मृतक के चचेरे भाई रवि विश्वकर्मा ने बताया कि जमानत कराने के दौरान तहसील कार्यालय की महिला क्लर्क ने कहा कि बिना 5 हजार रुपए दिए बिना जमानत नहीं हो पाएगी जब उसने बताया कि घर की माली हालत ठीक नहीं हो पाने के कारण इतने रुपए देना संभव नहीं था तो अंत में डेढ़ हजार रुपए देने के बाद जमानत दी गयी । तहसीलदार द्वारा पैसे लेकर जमानत दी गयी जिससे भी मृतक छात्र व्यथित था।
निराधार है आरोप
वही भटगांव तहसीलदार
टी. एस. मरकाम ने बताया कि रुपया लेने का आरोप पुरी तरह निराधार है ।कल मै छुट्टी पर था जैसे ही आया हु सभी आरोपियो को जमानत दिया हूँ ।ऐसा कुछ लेनदेन करने वाली बात नही है ।