ब्राह्मण समाज के द्वारा विदाई समारोह में छालीवुड स्टार अखिलेश ने कहा विप्र कुल के गौरव हैं कलेक्टर पी दयानंद
बिलासपुर,ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में कलेक्टर पी दयानंद को विप्र कुल गौरव सम्मान से नवाजा गया इस दौरान समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों ने अपने अपने अनुभव साझा किए डिप्टी कलेक्टर आशुतोष चतुर्वेदी ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि सर के साथ काम करने का मजा अलग था और उनका निर्णय लेने का तरीका त्वरित था तथा सभी लोगो की मदद करना उनके व्यवहार में था इस दौरान अभिनेता अखिलेश पांडे बहुत भावुक हो उठे उन्होंने कलेक्टर पी दयानंद के सम्मान में एक कविता भी पढ़ी साथ ही अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे कलेक्टर साहब ने बिलासपुर के नाम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाया मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के तहत गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तक बिलासपुर के नाम को लेकर गए साथ ही साथ अखिलेश ने उनकी दयालुता की एक कहानी सुनाई जिसमें पेंड्रा रोड में कलेक्टर पी दयानंद ने एक बुजुर्ग महिला के पास जाकर खुद उनका आवेदन लिया और उनकी समस्या का निराकरण किया इस दौरान अखिलेश ने कहा की कलेक्टर साहब की विदाई सिर्फ बिलासपुर से हुई है हमारे दिलों से नहीं और वह सदैव हमारे दिल में रहेंगे इस दौरान और भी बहुत से गणमान्य व्यक्तियों ने अपना उद्बोधन दिया इन के पश्चात कलेक्टर पी दयानंद ने बिलासपुर में अपने किए गए कार्यों के बारे में बताया और कहा कि सभी लोग मेरे परिवार की तरह है और मुझसे जो भी बेहतर हो सका वह मैंने सभी के लिए करने की कोशिश की है और आगे भी मैं ऐसे ही अच्छे कार्यों को करने का प्रयास करता रहूंगा उन्होंने कहा की मुझे बिलासपुर में जो प्यार मिला है उसे मैं भुला नहीं सकता और बिलासपुर के लिए मेरे दिल में सदैव एक अलग जगह रहेगी ब्राह्मण युवा समिति के मनीष शर्मा रोशन अवस्थी गोपाल कृष्ण दुबे विवेक दुबे प्रदीप तिवारी आदित्य पांडे आदि लोगों ने भी अपने अनुभव साझा किए इस कार्यक्रम में ब्राह्मण समाज के बहुत से लोग उपस्थित रहे उनमें से मुख्य रूप से रोशन अवस्थी ओम पांडे अखिलेश पांडे विनय दीक्षित रवि शुक्ला गौरव तिवारी लखन शर्मा विकास पांडे प्रदीप तिवारी विजय दीक्षित अभिषेक गौतम अजीत शर्मा दीपक शर्मा सोहेल शर्मा गोपाल कृष्ण दुबे मुकेश मिश्रा विवेक दुबे कौस्तुभ पांडे श्रेया पांडे नीरज शर्मा अंशुमन शर्मा आदित्य पांडे प्रणव तिवारी प्रशांत शर्मा संदीप दुबे शैलेंद्र मिश्रा आयुष शर्मा आदि बहुत से समाज के लोग उपस्थित कविता के माध्यम से अखिलेश ने कही अपनी बात
माता पिता का भाग्य ,
ईस्वर की अनुकम्पा,
जो धरती पर जन्मे पी दयानन्दा,,
साधारण कद काठी की काया
जिसमे असाधारण विश्वास समाया ,
आदर्श की मशाल बनकर
सूरज की तरह मार्ग दिखाया ,,
रहे अग्रज सदैव ,
रहे कर्मठ तदैव ,
रहे प्रगतिशील ,
कर रहे हैं हम विदाई ,यह दुनिया की रस्म है ,
पर मन मे सदा विराजे ,,पी दयानन्द ,,हैं