चंद मुट्ठीभर अधिकारी राज्य को लूटने के लिए भाजपा का साथ दे रहे:भूपेश बघेल
रायपुर। पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने आज राजीव भवन में कहा की चुनाव आयोग लाख दावे करे evm में छेड़खानी संभव नही है, हमे विश्वास है आयोग पर लेकिन क्या कारण है की लोग लैपटॉप लेकर धमतरी, बेमेतरा, और कल जगदलपुर में पहुंचते है। उन्होंने कहा की जिओ के कर्मचारी है और टावर सुधारने आये है। क्या जिओ के कर्मचारी होने का मतलब कही भी चले जाना है। बार बार लोग स्ट्रांग रूम की तरफ क्यो जाता है। ब्ज्प मौन क्यो है?? क्या भाजपा का इसे मौन समर्थन है, या वे लोग ये सब करवा रहे है। कलेक्टर और sp क्या कर रहे थे।
भारत निर्वाचन आयोग की पुस्तिका में कहा है की aro होंगे पर यह नही रहे है ऐसा कर रहे है। भाजपा नही चाहती की गांव में समृद्धि आये। वे नही चाहते की बेरोजगारों को रोजगार मील, चंद मुट्ठीभर अधिकारी है जो छत्तीसगढ़ को लूटना चाहते है। हमारे कार्यकर्ता भी लगे हुए है पर्दा फाश करने में।
आज सभी की धड़कने तेज है एग्जिट पोल आने वाले है, उल्टी गिनती भी शुरू हो जाती है।इसबीच ये लोग जितनी गड़बड़ी कर सकते है करेंगे मैं चेतावनी देता हूँ ऐसा करने पर सख्त कार्यवाही होगी।
लोकतंत्र का सम्मान नहीं करना चाहती भाजपाः भूपेश बघेल
ऽ किसानों और बेरोज़गारों का हित सोचने वाली सरकार नहीं बनने देना चाहती भाजपा
ऽ अधिकारियों से लेकर सरकारी कर्मचारियों का दुरुपयोग करने की साज़िश हो रही है
ऽ मतगणना प्रभावित करने से लेकर ख़रीद फ़रोख्त तक की साजिशे की जा रही हैं
. मतगणना को अब चार दिन शेष हैं लेकिन सत्तारूढ़ भाजपा की कारगुजारियों से लगता नहीं कि वह जनादेश को स्वीकार करने को तैयार है।
. कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने जा रहा है और तय है कि कांग्रेस ही सरकार बनाएगी।
. लेकिन भाजपा जनादेश को स्वीकार करने की जगह जोड़तोड़ से फिर सत्ता पर काबिज होने की साज़िशें कर रही है।
. हमारे पास पुख़्ता सूचनाएं हैं कि अधिकारियों और सरकारी कर्मचारियों पर निर्वाचन को प्रभावित करने के लिये अनुचित दबाव बनाया जा रहा है।
. कुछ अधिकारी अभी भी भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे हैं।
. भाजपा के नेता और कथित रणनीतिकार धनपशुओं के ज़रिए ख़रीदफ़रोख्त की रणनीति बना कर रहे हैं।
. भाजपा को जनता ने तीन बार मौक़ा दिया लेकिन उन्होंने विकास के नाम पर सिर्फ़ अपने ख़जाने भरे और कमीशनखोरी में इन मौको को गंवा दिया।
. अब जबकि किसानों की कर्ज़ माफ़ होने जा रहा है, दो साल का बक़ाया बोनस मिलने जा रहा है और सबका बिजली बिल हाफ़ होने जा रहा है, यह भाजपा को बर्दाश्त नहीं हो रहा है।
. भाजपा चाहती ही नहीं कि प्रदेश में किसान, मज़दूर, बेरोज़गार और कारोबार के हित की सोचने वाली सरकार बने।
. प्रदेश के अधिकारी और कर्मचारी भी इस बार भाजपा के साथ नहीं हैं लेकिन अगर उन पर अनुचित दबाव बनाया जाता है तो वे गलत अवैधानिक निर्देशों का पालन नहीं करें और लोकतंत्र का साथ दे।
. गोवा से लेकर कर्नाटक तक भाजपा का इतिहास रहा है कि भाजपा ने जनादेश को दरकिनार कर सत्ता हासिल करने के लिए लोकतंत्र का गला घोंटा है।
. लेकिन भाजपा समझ ले कि इस बार छत्तीसगढ़ की जनता ने इतना निर्णायक वोट दिया है कि छत्तीसगढ़ को गोवा बनाने के मंसूबे धरे रह जाएंगे।
. कांग्रेस की सरकार हर हाल में बन रही है और भाजपा को विपक्ष की भूमिका निभाने के लिये कुछ सीटों पर समेटने का जनादेश जनता ने दे दिया है।
. भाजपा को चाहिए कि लोकतंत्र में जनादेश का सम्मान करे और अपने खिलाफ आने वाले फ़ैसले को स्वीकार करे।
. अगर जोड़तोड़ की कोशिशें और जनादेश के खिलाफ साजिशें भाजपा करेगी तो इससे नरेंद्र मोदी, अमित शाह और रमन सिंह का लोकतंत्र विरोधी चरित्र ही उजागर होगा।
जगदलपुर ईवीएम स्ट्रांग रूम में घुसते हुए 3 लोग लैपटॉप के साथ पकड़ाए
स्ट्रांग रूम की रखवाली कर रहे कांग्रेस जनों ने पकड़ा
जगदलपुर स्ट्रांग रूम में इकट्ठा हो रहे हैं नागरिक और कांग्रेस के कार्यकर्ता
जनादेश के साथ खिलवाड़ को लेकर पूरे प्रदेश में गहरी नाराज़गी
प्रदेश में मतगणना वीवीपैट मशीन के आधार पर कराने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर करने का भारतीय जनता पार्टी ने स्वागत है। भारतीय जनता पार्टी धमतरी बेमेतरा और बस्तर में लैपटॉप के साथ स्ट्रांग रूम में लोगों के कांग्रेसियों द्वारा पकड़े जाने का भी स्वागत करें तो बेहतर होगा।
स्वच्छ स्वस्थ और निष्पक्ष निर्वाचन की दिशा में कांग्रेस के प्रयत्नों पर लगातार भाजपा द्वारा व्यंग किया है। कांग्रेस सच्चाई के साथ खड़ी है और भारतीय जनता पार्टी गड़बड़ियों और साजिशों में संलिप्त है।
भाजपा चाहती ही नहीं है कि छत्तीसगढ़ के किसान कर्ज मुक्त हो किसानों के धान का दाम 2500 रू. क्विंटल मिले और भाजपा के द्वारा रोकी गई 2 साल की बकाया बोनस की राशि किसानों को मिले। किसानों का कर्मचारियों का बेरोजगार नौजवानों का और प्रदेश की जनता का नुकसान करने की कोशिशों में भाजपा लगातार ईवीएम मशीनों के साथ खिलवाड़ के गंदे खेल में लिप्त है।
छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा के द्वारा प्रशासन तंत्र और पुलिस तंत्र का दुरुपयोग करके जनमत के साथ खिलवाड़ की कोशिशों को बड़े ध्यान से देख रही है और समझ भी रही है। पूरे निर्वाचन तंत्र को प्रभावित करने में भाजपा की सत्ता के सर्वोच्च केंद्र के द्वारा की जा रही कोशिशों और पूरे परिवार की ऐसे मामलों में संलिप्तता लगातार उजागर हुई है और प्रमाणित हुई है।
फर्जी लेटर उजागर होने के बावजूद और स प्रमाण स्क्रीनशॉट के साथ सबूत देने के बावजूद आज तक कोई कार्यवाही संबंधित कंपनी पर नहीं की गई है। छत्तीसगढ़ के समाज के दो महत्वपूर्ण वर्गों में आपसी मतभेद और रंजिश पैदा करने की अपवित्र कोशिशों और आपसी वैमनस्य पैदा करने की अवैध हरकतों पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
कांग्रेस ने एक बार फिर से निष्पक्ष और स्वस्थ निर्वाचन के लिए बाधक बन रही हरकतों पर कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए भारत निर्वाचन आयोग से प्रदेश की स्थिति को देखते हुए हस्तक्षेप की मांग दोहराई है।’
’धमतरी, रायपुर, बेमेतरा और अब बस्तर में स्ट्रांग रूम के विथ लैपटॉप ब्रीच की घटना स्पष्ट रूप से प्रदेश में कांग्रेस के द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया की निष्पक्षता को लेकर व्यक्त की जा रही चिंताओं के सही होने का जीता जागता सबूत है।
तीन-तीन बार स्ट्रांग रूम में लैपटॉप घुसने की कोशिश सीधे-सीधे ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ की बदनियती से की जा रही साजिश का जीताजागता सबूत है।
छत्तीसगढ़ में बार बार इस तरह की घटनायें हो रही है।
अब समय आ गया है कि निष्पक्ष निर्वाचन सुनिश्चित करने के लिए छत्तीसगढ़ में और गंभीरता से आवश्यक कदम उठाए जाए।
आज की बस्तर की घटना कांग्रेस द्वारा उच्च न्यायालय में याचिका लगाने की आवश्यकता और स्थिति की गंभीरता को उजागर करती है।’