कांग्रेस जीती तो सक्रिय कार्यकर्ताओ के सिर होगा मेहनत का असली ताज, जनजन तक पहुँचाया पार्टी का झंडा
(भानु प्रताप साहू)
बलौदाबाजार। लगभग 35 दिन पहले कांग्रेस ने जिले की चार विधानसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशी घोषित किये थे और प्रत्याशी का नाम और पार्टी का वचन पत्र आमजनों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी विधानसभा क्षेेत्रों में अलग-अलग कांग्रेसियों को सौंपी गई थी। इसमें से कुछ ने तो पार्टी का झण्डा हर स्तर पर उठाया। वहीं कुछ चेहरे ऐसे भी सामने आये, जो बीते कल तक कांग्रेस के कर्ता-धर्ता बने थे, लेकिन इन चुनावों में इनकी कोई कार्य जमीनी स्तर पर नजर नहीं आया। लगभग 35 दिनों तक चले इस चुनावी रण में यहां उन लोगों को स्थान दिया जा रहा है, जिन्होंने गुटबाजी को छोड़कर सिर्फ कांग्रेस और प्रत्याशी के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी। नतीजे क्या होंगे ये तो 11 दिसम्बर को ही साफ हो पायेगा, लेकिन 15 सालों से सत्ता से बाहर रहने के बाद भी कांग्रेस के जिन रणबाकुरों ने पार्टी के लिए काम किया। उन्हें सत्ता मिलने पर तव्वजों तो मिलनी ही चाहिए।
*भाटापारा में इन्होंने संभाला मोर्चा*
बीते दो पंचवर्षीय चुनावों से पहले भाटापारा व सिमगा बेल्ट कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन दो पंचवर्षीय से भाजपा से प्रतिनिधि निर्वाचित होने के कारण अब यह गढ़ भाजपा में तब्दील हो गया है। यहाँ कांग्रेस के उम्मीदवार रहें सुनील माहेश्वरी के चेहरे को जन-जन तक ले जाने में मनोज जैन, गणेश धुव, नानु राम सोनी, विनोद अग्रवाल, डॉ गोपाल साहू, रमेश यदु, मोहन लाल केसरवानी, सुनील गुप्ता, अजय कान्त शुक्ल, प्रमेन्द्र तिवारी, अमित शर्मा, गोपाल साहू, विनोद अग्रवाल, केतुमान साहू जैसे कार्यकर्ता दिन रात मौजूद रहे।
*शकुंतला को पहुंचाया जन-मन तक*
कांग्रेस पार्टी के जिलाध्यक्ष दिनेश यदु भले ही मुख्यालय तक सीमित रहे, लेकिन जिले के मुखिया होने के नाते चारों विधानसभा क्षेत्रों में उनकी भूमिका सराहनीय रही। कसडोल विधानसभा सीट में कांग्रेस की ए, बी, सी सभी टीमें ज्यादा ऊर्जा से पार्टी के समर्थन में लगी रहीं। शकुंतला को लोगों के ध्यान तक पहुंचाने में सबसे बड़ी भूमिका अशोक यादव, गणेश शंकर जायसवाल, मनीष मिश्रा, ऋतिक मिश्रा, देवीलाल बार्बे, मानस पांडेय, चंदन साहू, नीलू साहू, अमर मिश्रा, हरिराम कैवर्त, सुनील साहू, भावेश यादव, अनुराग पांडेय, प्रवीण टंडन, लीलाधर साहू, मनोज पांडेय और गोपी साहू ने निभाई। इनके कांग्रेस में आने के बाद सुस्त पड़ी कांग्रेस में जो ऊर्जा आई, उसने मतदान के अंतिम समय तक कांग्रेस को जिंदा रखा, यहां अशोक यादव और मानस पांडेय की टीम में प्रमुख रूप से चंदन साहू, मनाराम विजन, कृष्णा मरकाम, चंद्रमौली शर्मा, निरेन्द्र क्षत्रिय, विमल अजय, बसंत श्रीवास, हरिराम कैवर्त, लीलाधर साहू, संतोष यादव, रामकुमार सरदार, हेमंत बघेल, ईश्वर पटेल, गोविंद मिश्रा, प्रशांत जायसवाल के अलावा देवीलाल बार्बे की टीम के अनुराग पांडेय, मृत्युंजय वर्मा, मनोज पांडेय, अभिषेक पांडेय, अमर मिश्रा, दयाशंकर कुर्रे, प्रवीण टंडन, गुरुदयाल यादव के साथ मुरारी साहू जैसे नाम प्रमुख हैं। वही गणेश शंकर की टीम में खिलेंद्र वर्मा, गोपी साहू, हितेंद्र ठाकुर, मनीष चंद्राकर, जीवन साहू, द्वारिका साहू, रज्जू खान, भूषण ठेठवार, अमृत साहू, शशिकांत वर्मा जैसे पार्टी के सशक्त कार्यकर्ता की भूमिका सराहनीय रही।
*बलौदाबाजार में जनक की यह रही टीम*
इस बार बलौदाबाजार विधानसभा में कांग्रेस के जनकराम वर्मा के साथ दिनेश यदु की टीम मैदान में रही। इसमें न तो किसी परिवार विशेष का ठप्पा लगा रहा और न ही किसी के विरोध के वोट मिले, मुख्य रूप से दिनेश यदु व विक्रम पटेल के साथ विक्रम गिरी, रूपेश ठाकुर, श्रीमती कालिंदी वर्मा, गन्नू जायसवाल, अनिल साहू, भरत जायसवाल, दीपक साहू, कृपाल साहू, समीर अग्रवाल, कमलेश जायसवाल, डॉ अयाज अहमद फारुखी, बैसाखु कुर्रे, गणेश जायसवाल, मनोज प्रजापति, सुभाष राव, कमलेश गर्ग, असमत यादव, लेखराम यादव, सतीष चौहान, अब्दुल हैदर, लक्ष्मी नारायण वर्मा, देवदास टंडन, विजय मारकंडे, आशा यादव, हर्ष वर्धन शर्मा, रामकृष्ण सिरमौर, सौरभ सिरमौर, सलमान शेख, नीरज बांधे, मसुकेश गुप्ता, अभिषेक पटेल, मनीष वर्मा, हेमंत ठाकुर, गब्बर सोनी, गोल्डी, संदीप साहू, सुभाष राव, कमलेश गर्ग जैसे सक्रिय कार्यकर्ताओ के नाम चुनाव के दौरान सामने आ रहे थे जिन्होंने पार्टी का झंडा जन-जन तक पहुँचा कर वर्तमान विधायक जनकराम वर्मा के साथ चुनाव के अंतिम समय तक मौजूद रहें।
*ये हैं बिलाईगढ़ के रणबाकुरे*
बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी चंद्रदेव राय के साथ यूं तो क्षेत्र के सभी कांग्रेसी प्रारंभ में थोड़ा असहज महसूस कर रहे थे लेकिन जैसे ही पार्टी का आदेश मिला तब सभी कार्यकर्ता आपसी गुटबाजी छोड़कर पार्टी हित में लगे थे लेकिन जो टीम उनके साथ पूरे दिन लगी रही और उसे मतदाताओं तक लेकर पहुंची। उसमें दया साहू, पंकज चंद्रा, कविता प्राण लहरे, मुंद्रिका राय, द्वारिका देवांगन, प्रेमशीला नायक, राजेन्द्र गुप्ता, तारा देवांगन, रतन लहरे, नेतराज कुर्रे, यूसुफ खान के साथ ही प्रवेश दुबे की टीम ने सरसींवा के साथ गिधौरी, गिरौदपुरी में भी चंद्रदेव राय को मजबूती देनेे में खासी भूमिका निभाई। यहां भी स्थानीय कांग्रेसियों के साथ कविता प्राण लहरे और उनकी पूरी टीम लगी रही। इसके अलावा सैकड़ों पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओ के नाम शामिल हैं।