लोकतंत्र में पारदर्शिता और निष्पक्षता होना आवश्यक:धनंजय सिंह ठाकुर
ईवीएम वीवीपीटी मशीन की संख्यायें सार्वजनिक करें -कांग्रेस
रायपुर,। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहां है कि भाजपा और उनके सहयोगियों के द्वारा प्रशासन तंत्र का दुरूपयोग कर निरंतर आदर्श आचार संहिता का मखौल उड़ाया जा रहा है। प्रथम एवं द्वितीय चरण में हुए मतदान के पश्चात मिल रहे रुझानों से कांग्रेस की सरकार बनना सुनिश्चित हो गया है, इससे घबराए भारतीय जनता पार्टी और उनके सहयोगी मतगणना की प्रक्रिया की निष्पक्षता को प्रभावित करने में लगे हुए हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने लोकतंत्र में पारदर्शिता को बनाए रखने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग से निवेदन किया कि आयोग के द्वारा प्रदेश के 90 विधानसभा सीटों के मतदान के लिए कितनी संख्या में किस-किस संख्या की ईवीएम मशीन वीवीपीटी मशीन मंगाई गई थी, 90 विधानसभा सीटों में मतदान कार्य में कितनी और किस-किस संख्या की ईवीएम मशीन एवं वीवीपीटी मशीन का उपयोग हुआ और मतदान के दौरान कितनी ईवीएम और किस-किस संख्या की मशीन वीवीपीटी मशीन खराब हुई तथा मतदान में उपयोग नही हुई। यह ईवीएम मशीन कहा पर किस हालात में रखी गई है, इसकी जानकारी सार्वजनिक कर लोकतंत्रहित में पारदर्शिता सुनिश्चित किया जाना चाहिये। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धंनजय सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को मिल रहे जनादेश से घबराए भाजपा, भाजपा के सहयोगी और भाजपा सरकार से अनुचित फायदा उठाते रहे। चाटुकार अधिकारी मतगणना की पवित्रता और निष्पक्षता को प्रभावित करने में जुटे हुये है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा है कि जिस प्रकार से निर्वाचन कार्य में लगे चंद अधिकारी भाजपा के मंडल प्रकोष्ठ के पदाधिकारी की तरह कार्य कर रहे है इससे स्पष्ट होता है कि राज्य में कुछ प्रशासनिक अधिकारी नहीं चाहते है कि आदर्श आचार संहिता का पूर्ण रूप से पालन हो। धमतरी, अंबिकापुर, बलौदाबाजार के बाद साजा नवागढ़ दुर्ग रायपुर के स्ट्रांग रूम में भी जनादेश के साथ छेड़छाड़ की नापाक कोशिश की गयी है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने मांग की है कि छत्तीसगढ़ राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राज्य की जनता को आश्वस्त करें कि निर्वाचन कार्य के लिए मंगाई गई ईवीएम मशीन एवं विविपीटी मशीन अभी भी राज्य निर्वाचन आयोग के नियंत्रण में ही है और कहां-कहां मशीने है, कौन-कौन सी मशीने उपयोग की गयी, कौन-कौन सी मशीने उपयोग नहीं की गये, यह पूरा विवरण लोकतंत्र के हित में सभी राजनैतिक दलों के उपलब्ध कराया जायें।