भाजपा करती हैं राम नाम, गाय-गंगा के बाद, अब भगवान हनुमान जी की जाति पर राजनीति – भगवानू
धर्म और जाति के नाम पर भाजपा करती हैं वोट की राजनीति – भगवानू
भगवान हनुमान की जाति राजनीति पर आपत्ति
राम नाम, गाय-गंगा के बाद, अब भगवान हनुमान की जाति पर राजनीति
रायपुर , जनता कांग्रेस छ.ग. (जे) के प्रदेश प्रवक्ता भगवानू नायक ने हिन्दू धर्म के आस्था के प्रतीक, आराध्य देव भगवान हनुमान को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के द्वारा दलित जाति का तथा राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति के अध्यक्ष नंद कुमार साय के द्वारा आदिवासी वर्ग का कहे जाने पर आपत्ति करते हुए कहा भाजपा देश की एकमात्र ऐसी राजनीतिक दल है जो गांव,, गरीब और ग्रामीणों के विकास के नाम पर राजनीति नहीं करती बल्कि गाय-गंगा, भगवान राम-हुनमान और धर्म-जाति के नाम पर वोट की राजनीति करती है और समाज को बांटने का काम करती है। भाजपा पहले भगवान राम के नाम पर राजनीति करते रही देश की जनता ने भाजपा के झांसे पर आकर जनादेश दिया फिर भाजपा ने गाय और गंगा के नाम पर राजनीति की अब ऐ भगवान हनुमान जी के जाति के नाम पर राजनीति कर रहे है।नायक ने कहा भारत, एक धर्म निरपेक्ष देश है जो सभी धर्म, जाति, समुदाय को साथ में लेकर चलेगा वही देश में राज करेगा। देश की जनता भाजपा की असलियत को जान चुकी है भाजपा के चरित्र को पहचान चुकी है, अब ये धरासायी होंगे इस देश में फुट डालों और राज करों के अंग्रेजो की नीति को देश की जनता कभी भी स्वीकार नहीं करेगी, ऐसे नेता और ऐसी राजनीतिक दल को जनता बाहर का रास्ता दिखाएगी। भाजपा नेता द्वय, श्री योगी व श्री साय ने देश के दलित आदिवासियों को खुश करने के लिए एवं उनके वोट को बटोरने के लिए भगवान हुनमान को दलित आदिवासी का जाति प्रमाण पत्र देने का प्रयास किया हैं परंतु दलित आदिवासी वर्ग अब जाग चुका है वह अपना अच्छा और बुरा अच्छी तरह जनता है अपने हितैषी नेता और दल को अच्छी तरह पहचानता है।