दीया अच्छाई का प्रतीक है,अंधेरे पर प्रकाश की विजय का नाम भाव है : रश्मि
रायपुर । दीया अच्छाई का प्रतीक है,अंधेरे पर प्रकाश की विजय का नाम भाव है। यही दीया मुफ्त की पवन ऊर्जा से जलता है तो जो पूरी धरती को जीवन से सराबोर करता है तब ऐसा अनूठा संगम बनता है वह अपने आप में एक अनुकरणीय अधिकार अविष्कार है। इस अनुपम आविष्कार का नाम है सोलर मैजिक दिया। उक्त बातें आज यहां प्रेस क्लब में हुई प्रेसवार्ता में रश्मि लविंद्र बोथरा ने कही। रश्मि सामाजिक एवं उद्योग में अग्रणी महिला है। शाहपुर ठाणे मुंबई स्थित कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर भी है।
उन्होंने कहा कि यह भारत का पहला संपूर्ण रूप से देश में ही विकसित किया गया मिट्टी से बना पूर्ण रूप से प्रदूषण मुक्त और ऊर्जा से चलने वाला दिया है। इसके अनुसंधान और विकास का पूरा श्रेय काईट टेक फाउंडेशन र्को जाता है, जो एक ऐसी संस्था है जिसका मूल लक्ष्य वंचित और निसहाय व्यक्तियों को उचित प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर और निपुण बनाना है। इस संगठन की संस्थापक रश्मि लविंद्र बोथरा है। जिन्होंने जन सेवा भाव और अपने पति की प्रेरणा से इस अनोखे दीए का निर्माण किया।
उन्होंने इस मौके पर सौर ऊर्जा के महत्व और उपयोग सोलर दीया के निर्माण में होने वाली सामग्री और निर्माण कार्य में काम करने वालों को रोजगार मिलने पर चर्चा की। उन्होंने विभिन्न जगहों पर आ रहे दिव्यांग महिलाओं और ग्रामीण विद्यार्थियों को मुख्यत: दीए बनाने की जानकारी देकर उन्हें रोजगार देने के लिए प्रयास किया है। उन्होंने यहां रायपुर में भी ऐसे ट्रेनिंग कैंप का आयोजन करने की इच्छा व्यक्त की। फिलहाल प्रारंभिक समय में इस मैजिक दीया की कीमत 250 से शुरू है ,जो आने वाले समय में प्रोडक्शन बढऩे पर कम भी हो सकती है।