हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के छात्र आंदोलन को मरवाही विधायक अमित जोगी का समर्थन
– कुलपति सुखपाल सिंह को हटाए जाने के लिए चलाये जा रहे आंदोलन का पाँचवा दिन
– जोगी समेत जनता कांग्रेस के अन्य नेता पहुंचे धरनास्थल
– हिदायतुल्ला लॉ यूनिवर्सिटी का मेरे हृदय में खास स्थान: अमित जोगी
– छात्रों ने कुलाधिपति जस्टिस श्री ए के त्रिपाठी को सौंपा छः पन्नों का अविश्वास प्रस्ताव, की कुलपति सुखपाल सिंह को बर्खास्त करने की मांग
– अमित जोगी ने राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कुलाधिपति से मुलाकात कर छात्रों की मांग पहुंचाने का दिया आश्वासन, अविश्वास प्रस्ताव को दिया समर्थन
रायपुर , हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में कुलपति के पद से श्री सुखपाल सिंह को हटाए जाने के लिए छात्रों द्वारा चलाया जा रहा आंदोलन आज पाँचवे दिन भी जारी रहा। इस दौरान छात्रों को यह जानकारी मिली कि विश्वविद्यालय प्रशासन के इशारे पर यूनिवर्सिटी में तोड़ फोड़ कर इसका इल्ज़ाम छात्रों पर डालने का प्रयास किया जा सकता है। उक्त जानकारी मिलने के बाद छात्रों ने एक समिति का गठन किया जिसका काम आंदोलन के दौरान यूनिवर्सिटी में शांति सुनिशिचत करना होगा । यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस की धमकी देते हुए छात्रों से आंदोलन समाप्त करने को कहा लेकिन इसके बावजूद भी छात्र छात्रायें उसी उल्लास के साथ आज भी धरना स्थल पर बैठे रहे।आंदोलन में बैठे छात्रों को संबोधित करने और उनकी मांगे को सुनने आज जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रमुख नेता तथा मरवाही विधायक श्री अमित जोगी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रवक्ता नितिन भंसाली धरनास्थल पहुंचे। छात्रों ने श्री जोगी को बताया कि विश्वविद्यालय में यौन शोषण, भारी भ्रष्टाचार और कुशासन अपने चरम पर है जिस वजह से छात्र आंदोलन करने को विवश हैं। श्री जोगी ने विश्वविद्यालय के तमाम दस्तावेजों को देख प्रशासन की कड़ी निंदा की। छात्रों के साथ श्री जोगी व जनता कांग्रेस के अन्य नेतागण दोपहर को आंदोलन पर बैठे । अमित जोगी ने छात्रों को आश्वासन दिया कि वे उनके आंदोलन और सच की लड़ाई में उनके साथ है और वे राज्यपाल सुश्री आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह और छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस श्री ए के त्रिपाठी जो कि हिदायतुल्ला नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति भी हैं, से मिलकर उन सब तक छात्रों की मांग पहुंचाएंगे। अमित जोगी ने कहा कि हिदायतुल्ला लॉ यूनिवर्सिटी का उनके हृदय में खास स्थान है क्योंकि उनके पिता श्री अजीत जोगी जी ने इसकी स्थापना की थी। उन्होंने यह भी कहा कि जिस सूचना से विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों को वंछित रख रहा है, वह सूचना प्राप्त करने के लिए वे स्वयं आर.टी.आई दर्ज करेंगे।
छात्रों ने आज अपने आंदोलन को ट्विटर के माध्यम से ट्रेंडिंग बना दिया है । देश भर के लोगो से समर्थन प्राप्त होने के साथ ट्विटर में #spsout #hnlukiazaadi के साथ हज़ारो ट्वीट हो चुके है।
आज सुबह 11 बजे छात्र संघ के अध्यक्ष स्नेहल रनजन शुक्ला और उपाध्यक्ष स्वाति भार्गव सहित तुषार, अदील और सिद्धार्थ के रूप में छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस और विश्वविद्यालय के कुलाधिपतिश्री ए के त्रिपाठी से मिलने पहुंचा । प्रतिनिधिमंडल ने कुलाधिपति को कुलपति सुखपाल सिंह के खिलाफ 6 पन्नों का अविश्वास प्रस्ताव भी दिया है जिसमें भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं, कुलपति द्वारा यौन उत्पीड़न के मामले में साधी गयी चुप्पी, विश्वविद्यालय के प्रशासनिक निर्णयों में पारदर्शिता न होना, शैक्षणिक गुणवत्ता से समझौता करना, छात्र हितों को दबाना, मनमाने ढंग से शिक्षकों की नियुक्ति और बर्खास्तगी करना, कुप्रशासन और प्रशासनिक शक्तियों का केन्द्रीयकरण करना आदि शामिल है। कुलाधिपति ने प्रतिनिधिमंडल की बातें सुनकर कहा कि छात्रों की मांगें वैध और गंभीर है किंतु छात्रों को कोई ठोस आश्वासन नही दिया जिससे छात्रों को निराशा हुई है। इस विषय पर अमित जोगी ने छात्रों से कहा कि उनके द्वारा कुलपति के खिलाफ लाये गए इस अविश्वास प्रस्ताव को जोगी का भी समर्थन है। आंदोलन के 100 घंटे से ज़्यादा बीत जाने के बाद भी औपचारिक रूप से कुलपति के खिलाफ कोई कदम नही लिए जाने से उत्तेजित छात्रो ने सोमवार सुबह 6 बजे से भूख हड़ताल पर बैठने का निर्णय लिया है ।इस अवसर पर मरवाही विधायक अमित जोगी के साथ जेसीसी जे प्रवक्ता नितिन भंसाली, दानिश रफीक, अशोक सोनवानी, प्रदीप साहू, नीलेश चौहान, स्माइल अहमद, दीपक जायसवाल, सननी सोलोमन, प्रभजोत सिंह लाड़ी आदि जकांछ कार्यकर्ता उपस्थित रहे