जिले के तेंदूपत्ता संग्राहकों को 140 करोड़ रुपए के बोनस वितरण का शुभारंभ
चटकपुर और मोरन गांव में दो 132/33 के.व्ही. क्षमता विद्युत उप केन्द्रों का लोकार्पण
संयुक्त जिला कार्यालय भवन का लोकार्पण
रायपुर, मुख्यमत्री डॉ. रमन सिंह ने आज प्रदेश व्यापी अटल विकास यात्रा के तहत् बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के मुख्यालय रामानुजगंज में आयोजित विशाल आमसभा में लगभग 214 करोड़ रूपये की लागत के 46 विभिन्न कार्यो का लोकार्पण और शिलान्यास किया। डॉ. सिंह ने इनमें से 125 करोड़ 66 लाख रूपये के 33 कार्यों का लोकार्पण और 88 करोड़ रूपये के 13 विभिन्न कार्यों का शिलान्यास किया। उन्होंने आम सभा में जिले के तेंदूपत्ता संग्राहकों को 140 करोड़ रूपए के बोनस वितरण का शुभारंभ किया। श्रम, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री भईया लाल राजवाड़े, राज्यसभा संासद श्री रामविचार नेताम, लोकसभा सांसद श्री कमलभान सेन, जिला पंचायत रामानुजगंज-बलरामपुर के अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा नेताम भी इस अवसर पर उपस्थित थी।
डॉ. सिंह ने आमसभा में जिन कार्यों का लोकार्पण किया, उनमें 34 करोड़ रूपये की लागत से विकासखण्ड राजपुर के ग्राम चटकपुर में निर्मित 132/33 के.व्ही उच्चदाब सब स्टेशन, विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम मोरन में 32 करोड़़ की लागत से निर्मित 132/33 के.व्ही उच्चदाब सब स्टेशन, विकासखण्ड कुसमी के सामरी में 2 करोड 50 लाख रूपये की लागत से निर्मित 33/11 के.व्ही सब स्टेशन, 17 करोड़ 29 लाख रूपये की लागत से निर्मित संयुक्त जिला कार्यालय भवन, 04 करोड़ 52 लाख रूपये की लागत से बलरामपुर में सर्किट हाऊस भवन, 08 करोड 99 लाख रूपये की लागत से रामानुजगंज में पॉलीटेक्निक भवन के पूर्ण हो चुके प्रथम चरण के निर्माण कार्य, 02 करोड़ 68 लाख रूपये की लागत से जिला मुख्यालय में ट्रांजिस्ट हॉस्टल, 02 करोड़ 40 लाख रूपये के लागत से लरंगसाय डिग्री कॉलेज रामानुजगंज में निर्मित 14 अतिरिक्त कक्ष, 02 करोड़ 13 लाख रूपये की लागत से रामचन्द्रपुर में निर्मित महाविद्यालय भवन, 44 लाख रूपये के लागत से इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन ई.व्ही.एम. एवं व्ही.व्ही. पैट मशीन के भण्डारण के लिए गोदाम, 85 लाख रूपये के लागत से विकासखण्ड राजपुर के ग्राम पंचायत सिधमा में प्री-मैट्रिक छात्रावास भवन, एक करोड़ 95 लाख रूपये की लागत से विकासखण्ड रामचन्द्रपुर के ग्राम कनकपुर एवं चन्दननगर निर्मित संयुक्त आश्रम भवन शामिल है।
मुख्यमंत्री इन कार्यों के साथ 4 करोड़ 36 लाख रूपये की लागत से प्रतापपुर से कोल्हआ-कोटराही मार्ग पर इरिया नदी पर निर्मित पुल, 05 करोड़ 26 लाख 71 हजार रूपये के लागत से प्रतापपुर से चलगली से मानपुर मार्ग पर मोरन नदी में पुल, 02 करोड़ 99 लाख रूपये की लागत से रामानुजगंज से कछिया से चलगली मार्ग पर पुल निर्माण, एक करोड़ 99 लाख रूपए की लागत से विकासखण्ड वाड्रफनगर में ग्राम दुआरी एवं कारीमाटी, विकासखण्ड राजपुर के ग्राम करजी, शंकरगढ़ के ग्राम बचवार, कुसमी के ग्राम मदगुरी एवं सरनाडीह, बलरामपुर के ग्राम दलधोवा में निर्मित 07 उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन, 9 लाख रूपए की लागत से विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम फुलीडुमर, ढढ़िया, डोंगरो, लमोरी, नवगई, पोखरा, पेण्डारी, लोधी, फुलवार एवं रामनगर में पूर्ण हो चुकी दस मिनी नलजल प्रदाय योजना का लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने जिन कार्यों का भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया, उनमें 12 करोड़ 61 लाख रूपये की लागत से कपसारा से हाथीडांड़ रजखेता से धनवार तक 48.20 किलोमीटर सड़क का नवीनीकरण कार्य, 03 करोड़ 69 लाख रूपये की लागत से रामानुजगंज के बंसतपुर लमोरी से मुरकौल मार्ग पुल-पुलियों सहित 03 किलोमीटर लम्बा मार्ग, लगभग 40 लाख रूपये की लागत से बलरामपुर में बनने वाला एकलब्य आवासीय विद्यालय-नवोदय विद्यालय बलरामपुर का पहुंच मार्ग, 03 करोड़ 10 लाख रूपये की लागत से दिव्यांगों के लिए बलरामपुर में बनने वाले कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्र सक्षम शामिल है।
मुख्यमंत्री ने 01 करोड़ 31 लाख रूपये की लागत केे लाईवलीहुड कॉलेज में बनने वाला बालक छात्रावास भवन , 02 करोड़ 36 लाख रूपये की लागत से बलरामपुर में बनने वाला शासकीय आई.टी.आई. का भवन, 05 करोड़ 65 लाख रूपये की लागत से रघुनाथनगर मार्ग पर मोरन नदी में बनने वाले पुल, 10 करोड़ 86 लाख रूपये की लागत से कैलाशपुर से बरती मार्ग पर मोरन नदी में बनने वाला पुल, 10 करोड़ 44 लाख रूपये की लागत से खुटपाली व्यापवर्तन योजना के तहत् माइनर नहर में मिट्टी का कार्य एवं पक्के संरचनाओं का निर्माण कार्य, 10 करोड़ 93 लाख रूपये की लागत से खापरनाला व्यापवर्तन योजना के तहत् मुख्य नहर कराए जाने वाले विभिन्न कार्यों, 02 करोड़ 24 लाख रूपये की लागत से खापरनाला व्यापवर्तन योजना के बसेरा माईनर, कपिलदेव माइनर में विभिन्न निर्माण कार्य, 02 करोड़ की लागत से वाड्रफनगर के ग्राम बंसतपुर में 33/11 के.व्ही. तथा 1 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से बलरामपुर के ग्राम पस्ता में बनने वाला 33/11 के.व्ही. क्षमता का बिजली उप केन्द्र का भी भूमिपूजन किया।