अमेरिका में घातक हुआ फ्लोरेंस तूफान, पांच लोगों की मौत
वाशिंगटन। उष्णकटिबंधीय तूफान ‘फ्लोरेंस’ के अमेरिका के कैरोलिना में पहुंचने पर भारी तबाही मचाई है। शुक्रवार को कैरोलिना में कम से कम 5 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक महिला और उसका बच्चा भी शामिल है। अमेरिका के पूर्वी राज्यों में इस तूफान के चलते मूसलाधार बारिश हो रही है और नदियां उफान पर हैं। चावकर्मी फंसे लोगों को निकालने का प्रयास कर रहे हैं। मेयर डाना आउटलॉ ने बताया कि 400 लोगों को बचाया गया है। करीब 100 लोग और फंसे हैं, जिन्हें बचाने की कोशिश हो रही है। 1,200 लोग पहले से ही राहत शिविरों में पहुंच गए हैं। उन्होंने तूफान से 4,200 घरों के क्षतिग्रस्त होने की बात कही है।
ट्रेंट और नियूज नदियों के संगम पर स्थित उत्तरी कैरोलिना के न्यू बर्न कस्बे में तीन मीटर की दूरी तक तूफान के बढ़ने से सैकड़ों लोग घरों में फंस गए हैं, जिन्हें वहां से निकाले जाने की जरूरत है। इस कस्बे की आबादी 30,000 है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प तूफान में मृतकों की संख्या को लेकर दुविधा की स्थिति में हैं। उन्होंने कहा कि प्यूर्टो रिको में एक साल पहले आए विनाशकारी तूफान से बाद में आधिकारिक मौत की संख्या बढ़ गई थी। इस तूफान में भी मृतकों की संख्या दो अंकों से बढ़कर 3,000 हो सकती है।
नेशनल हरिकेन सेंटर (एनएचसी) ने समयानुसार रात 8 बजे फ्लोरेंस का बदला हुआ रूप सामने आया लेकिन अधिकारियों ने आगाह किया है कि खतरा अभी भी कम नहीं हुआ है। उत्तरी कैरोलिना के गवर्नर रॉय कूपर ने कहा, ‘अभी कई और दिन बारिश होने की आशंका है।’ साथ ही उन्होंने तूफान से होने वाली बारिश को ‘हजार सालों में होनी वाली घटना’ बताया।
एनएचसी का कहना है कि फ्लोरेंस तूफान के कारण नॉर्थ और साउथ कैरोलिना में कुछ जगहों पर 40 इंच (एक मीटर) तक की भारी बारिश हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में बवंडर का भी खतरा है। नॉर्थ कैरोलिना, साउथ कैरोलिना और वर्जीनिया में करीब 17 लाख लोग तूफान और भयानक बाढ़ के खतरे की जद में हैं।