पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां त्रिवेणी संगम में विसर्जित
जब तक सूरज चांद रहेगा, अटल जी का नाम रहेगा
त्रिवेणी संगम का घाट कहलाएगा अटल घाट
स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया पृथक छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार
श्रद्धासुमन अर्पित करने उमड़ा जनसैलाब
रायपुर, जब तक सूरज चांद रहेगा, अटल जी का नाम रहेगा, अटल जी अमर रहे, अटल जी अमर रहे नारों के साथ पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां कृषि एवं जल संसाधन मंत्री तथा जिले के प्रभारी श्री बृजमोहन अग्रवाल के साथ अन्य जनप्रतिनिधियों ने आज शाम राजिम में महानदी, सोंढूर और पैरी नदी के त्रिवेणी संगम में विसर्जित की गई। अस्थि विसर्जन के पहले जनप्रतिधियों तथा आम जनता ने अस्थि कलश में पुष्प अर्पित कर पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धाजंलि दी। इस अवसर पर आयोजित श्रद्धाजंलि सभा को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी विश्व नेता, राष्ट्र के महान कवि और छत्तीसगढ़ वासियों के सौभाग्य निर्माता थे। उनकी अस्थियां इस घाट से त्रिवेणी संगम में विसर्जित हो रही है। अब इस घाट का नाम अटल घाट होगा।
श्री अग्रवाल ने कहा कि आज अटल बिहारी भौतिक रूप से हमारे बीच नहीं है पर स्थूल रूप से हमेशा हमारे बीच में रहेंगे। स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी की तुलना किसी से नहीं की जा सकती। हर राष्ट्रीय दल के लोग उनका सम्मान करते है। आज छत्तीसगढ़ पूरे देश में पहचान बना रहा है। छत्तीसगढ़ देश में सबसे अधिक विकसित होने वाले राज्य के रूप में स्थापित हो रहा है। इसका श्रेय अटल बिहारी वाजपेयी को जाता है। उन्होंने पोखरण में परमाणु विस्फोट कर भारत की शक्ति पूरी दुनिया को दिखा दी। आईये हमसब मिलकर उनके सपनों का छत्तीसगढ़ बनाये। कृषि मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की सहमति से त्रिवेणी संगम के घाट का नाम अब अटल घाट होगा।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी राष्ट्र के लिए समर्पित सम्पूर्ण चरित्र थे। उन्होंने अखण्ड भारत का सपना देखा और पृथक छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार किया। देश के विकास में उनका विराट समर्पण काम कर रहा है। महासमुंद सांसद श्री चन्दूलाल साहू ने कहा कि अटल बिहारी सरल हृदय के थे। महापुरूष मरते नहीं, उनके आदर्श और विचार सदैव जीवित रहते हैं। हम सब उनके विचारो को आत्मसात कर आगे बढ़े। रायपुर सांसद श्री रमेश बैस ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का हृदय विशाल था, वे अजातशत्रु थे। छत्तीसगढ़ के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरम लाल कौशिक ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी बहुआयामी व्यक्तित्व थे। उनका अस्थि कलश ‘आस्था का कलश’ है। वे हम सब की स्मृतियों में सदा बने रहेंगे। श्रद्धाजंलि सभा को राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष श्री चन्द्रशेखर साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नदियों और पहाड़ों से उनका वास्ता रहा है। प्रकृति भी उन्हें अश्रुपूरित श्रद्धाजंलि दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि श्रद्धाजंलि सभा में पूर्व प्रधानमंत्री को आज श्रद्धासुमन अर्पित करने के लिए राजिम में जनसैलाब उमड़ पड़ा। राजिम में गरियाबंद, धमतरी और रायपुर जिले के लोग अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में शामिल हुए।
गरियाबंद से विभिन्न चौक-चौराहों से होते हुए अस्थि कलश यात्रा राजिम पहुंची, पूरे रास्ते भर लोगों ने पुष्प अर्पित कर पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धाजंलि दी। रायपुर और धमतरी जिले से भी अस्थि कलश राजिम पहुंची। इन तीनों कलश की अस्थियों को त्रिवेणी संगम में विसर्जित किया गया। श्रद्धाजंलि सभा में कृषि मंत्री श्री अग्रवाल ने बताया कि मौसम खराब होने के कारण मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का हेलीकॉप्टर राजिम में लैण्ड नहीं हो पाया, इसलिए उन्हें वापस लौटना पड़ा। इस अवसर पर खाद्य मंत्री श्री पुन्नू लाल मोहले, अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नंदकुमार साय, संसदीय सचिव श्री गोवर्धन सिंह मांझी, संसदीय सचिव श्रीमती रूप कुमारी चौधरी, छत्तीसगढ़ अपेक्स कोआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष श्री अशोक बजाज, राजिम विधायक श्री संतोष उपाध्याय, सिंहावा विधायक श्री श्रवण मरकाम, जिला पंचायत गरियाबंद की अध्यक्ष डॉ. श्वेता शर्मा, कलेक्टर श्री श्याम धावड़े, पुलिस अधीक्षक श्री एम.आर. आहिरे, अनेक जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।