छत्तीसगढ़ भवन तथा सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल की बैठक सम्पन्न
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी
को दी गई श्रद्धांजलि
श्रमिकों के बच्चों को अटल नौ-निहाल छात्रवृत्ति प्रस्तावित
रायपुर छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल की बैठक में आज यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी गई तथा शोक प्रस्ताव का वाचन किया गया। बैठक की अध्यक्षता मंडल के अध्यक्ष श्री मोहन एंटी ने की। बैठक में श्रमिकों के बच्चों के लिए अटल नौ-निहाल छात्रवृत्ति योजना प्रस्तावित की गई। इसके अलावा आवश्यक श्रमिकों का निर्माण कार्य के दौरान मृत्यु होने पर विश्वकर्मा दुर्घटना योजना का लाभ दिलाने, ट्रांसजेन्डर को मंडल द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ दिलाने सहित अन्य प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में महानिदेशक (श्रम कल्याण) श्रम और रोजगार मंत्रालय भारत सरकार के निर्देशानुसार सर्वोच्च न्यायलय के आदेशानुसार भवन और अन्य सन्निर्माण कर्मकारों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को जीवन और शारीरिक अक्षमता
सुरक्षा, शिक्षा, कौशल उन्नयन, गृह निर्माण तथा पेंशन इत्यादि श्रेणियों के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिकों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का निर्माण किये जाने के प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा हुई। मंडल की बैठक में महिला श्रमिकों को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना तथा श्रम विभाग की मातृ लाभ योजना से लाभान्वित करने के साथ ही मंडल में मार्च 2018 तक पंजीकृत महिला और पुरूष श्रमिकों को साइकिल प्रदान करने तथा ऐसी महिला श्रमिक जिन्हें सिलाई मशीन प्रदान की गई है उन्हें सिलाई प्रशिक्षण देना प्रस्तावित किया गया है। बैठक में श्रम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, कबीरधाम, महासमुंद तथा बेमेतरा जिले के भवन तथा अन्य सन्निर्माण श्रमिकों को लगभग दस हजार साईकिलों का वितरण किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि ई-रिक्शा सहायता योजना के अंतर्गत महिलाओं को पचास हजार रूपये की अतिरिक्त सब्सिडी प्रदान की जायेगी। बैठक में छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल के सचिव श्री पी.एस.एल्मा सहित मंडल के सदस्य सर्वश्री अशोक सिंह, योगेश दत्त मिश्रा, सुनील ठाकुर, प्रेमकांत झा, बीरबल गुप्ता, आजाद गुर्जर सहित श्रीमती स्वप्निल मिश्रा, श्रीमती दयावती देवांगन और मंडल के अन्य सदस्य मौजूद थे।