भाजपा के दामन में एक और दाग : अजीत जोगी
रायपुर।छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के संस्थापक अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने अत्यन्त दुख जताते हुये कहा कि प्रदेश में शराब दुकान खोलकर शराब का बेचा जाना राज्य सरकार की कथनी व करनी को प्रदर्शित करता है। एक ओर प्रदेश के राज्यपाल श्री बलराम दास टंडन जी के निधन पर राज्य शासन द्वारा सात दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की गई है, वहीं केन्द्र सरकार द्वारा भी भारत के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन पर सात दिवसीय राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है, जिसके कारण प्रदेश में सभी शासकीय, अशासकीय, केन्द्र सरकार के कार्यालय एवं पीडीएफ योजना से संचालित राशन दुकाने बंद है, वहीं दूसरी ओर शराब की दुकानें जिसे राज्य सरकार द्वारा संचालित किया जा रहा है, वे इस राजकीय एवं राष्ट्रीय शोक की सीमा से दूर होकर दुकानें खुली रखकर धड़ल्ले से शराब की बिक्री कर रहे हैं।श्री जोगी जी ने कहा कि जहाँ इन महापुरूषों के सम्मान में राष्ट्रीय ध्वज को झुका दिया गया है वहाँ प्रदेश में शराब की दुकानों का शटर उठा हुआ है और शराब को बेचा जा रहा है। यह महापुरूषों का कैसा सम्मान है या इनका अपमान किया जा रहा है? प्रदेश में राजकीय और राष्ट्रीय शोक के दौरान शराब दुकानें खोलकर प्रदेश के मुखिया और आबकारी विभाग के मंत्री क्या साबित करना चाहते हैं? क्या राज्य की भाजपा सरकार शराब दुकानें खुली रखकर इन महापुरूषों को सच्ची श्रृद्धांजली दे रहे हैं? यह अत्यन्त ही अपमानजनक स्थिति है।श्री जोगी जी ने इन महापुरूषों को श्रृद्धांजली देते हुये कहा कि इन महापुरूषों का राष्ट्र की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान रहा है किन्तु प्रदेश की भाजपा सरकार की कथनी एवं करनी में यह अंतर उनकी अकर्मण्यता को दर्शाता है।