अब अंधेरा जीत लेंगे लोग मेरे गांव के: गरियाबंद जिले के 355 ग्राम 100 प्रतिशत विद्युतीकृत ग्राम घोषित
95 प्रतिशत घरों में पहुंची रोशनी
गरियाबंद अंधेरे के खिलाफ उजाले की लड़ाई में सौभाग्य योजना ने महती भूमिका निभाते हुए गांव के हर -घर को रोशन करने में कामयाबी हासिल किया है। बरसों तक अंधेरे में गुजर-बसर कर रहे हजारों गरीब परिवारों के घरो में सौभाग्य योजना से ऊजाला बिखरने लगी है। गरियांबद जिले के 668 गांवों के 21 हजार 22 घरों में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य महज 5 प्रतिशत ही शेष रह गया है, अर्थात 95.31 प्रतिशत घरों में अब सौभाग्य की रोशनी बिखर रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में बी.पी.एल एवं ए.पी.एल. श्रेणी के अविद्युतीकृत घरों में एवं शहरी क्षेत्रों के बी.पी.एल एवं अविद्युतीकृत घरांे में बिजली पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री सहज बिजली हर-घर योजना सौभाग्य संचालित है।
विद्युत विभाग से मिली जानकारी के अनुसार गरियाबंद जिले के 12 वितरण केन्द्रों के 355 ग्रामों को शत प्रतिशत विद्युतिकृत ग्राम घोशित किया जा चुका है। इनमें गरियाबंद शहर के 14 बसाहटांे के सभी 244 घर रोशन हो चुके हैं। इसी तरह गरियाबंद ग्रामीण में 88 गांव केे 1399 घर, पांडुका के 23 ग्राम के 870 घर, मडे़ली के 56 गांव मंे से 759 घर, छुरा के 86 गांव मंे से 1693 घर , मैनपुर के 104 गांव में से 1669 घर, अमलीपदर के 95 गांव के 4152 घर एवं देवभोग के 102 गांव में से 6537 घरांे तक उजियारा फैल चुकी है।
गरियाबंद अन्तर्गत ग्राम मजरकट्टा अब पूर्ण विद्युतीकृत ग्राम घोषित हो चुका है। सौभाग्य योजना से यहां 26 घरों में कनेक्शन दिया गया है। अब गांव के हर-घर में उजियारा है, गांव की महिला हितग्राही भारती देवांगन बताती है कि अब सौभाग्य से उनके घर में रोशनी आई है। उनके दोनो बेटे अब तन्मयता के साथ पढ़ाई करते है और खुद भी मसाला भरने का कार्य सहज तरीके से रात तक कर लेती है। भारती ने बताया कि बिजली आने से घर में रौनक आई है। गांव के ही शंकर यादव जो अपने पांच परिवार के साथ रहते है, ने बताया कि अब जिंदगी आसान हो गई है। लालटेन व चिमनी की कालिख धुओं से मुक्ति मिली हैं। एलईडी की दुधिया रोशनी से वे परिवार सहित अब आपस में बैठकर खाना खाते है। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ग्राम पंडरीपानी, कोसमर्रा, बारूका, भैसमुड़ी, पोटीया, कोसमन्दा एवं शोभा जैसे सैकड़ो ग्राम शत प्रतिशत विद्युतीकृत ग्राम बन चुके हैं। इनमें से 61 गांवो में क्रेडा के माध्यम से बिजली पहंुचायी गई है। शेष ग्रामों को आगामी सितम्बर माह तक पूर्ण विद्युतीकृत ग्राम घोषित करने का लक्ष्य है।
क्या है सौभाग्य योजना
जिन आवेदकों का नाम 2011 सामाजिक, आर्थिक एवं जाति जनगणना सूची में सम्मिलित है। उनको निःशुल्क विद्युत कनेक्शन प्रदाय करने का मापदंड निर्धारित है। जिन आवेदकों का नाम उक्त सूची में शामिल नहीं है, उन्हें 50 रूपए मासिक के 10 आसान किस्तों में कुल 500 रूपए देने का प्रावधान है। कनेक्शन लेने के समय किसी प्रकार की राशि जमा करने की जरूरत नहीं है। 50 रूपए का प्रथम किस्त प्रथम विद्युत बिल के साथ जोड़कर दिया जायेगा। इसी प्रकार नगरीय निकाय क्षेत्रों में ऐसे आवेदक जो बीपीएल की पात्रता रखते है, उन्हें निःशुल्क विद्युत कनेक्शन देने का प्रावधान है।