भगवानू ने किया समाज की कुलदेवी से बदनी, 2018 में श्री जोगी जी को पुनः मुख्यमंत्री और स्वस्थ्य मंगलमय दीर्घायु जीवन की कामना
*जवान और किसान दोनों परेशान श्री जोगी के हाथों हो राज्य की कमान – भगवानू नायक*
रायपुर, छत्तीसगढ़,राज्य के पहले मुख्यमंत्री व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) के संस्थापक श्री अजीत जोगी का जन्म दिवस आज मितान दिवस के रूप में छत्तीसगढ़ के छत्तीस समाज के द्वारा मनाया गया इसी कड़ी में गांड़ा समाज के द्वारा भी श्री जोगी जी का जन्म दिवस समाज की कुलदेवी के समक्ष सामाजिक परंपरा बदनी करते हुए पूजा अर्चना के साथ मनाया गया उक्ताशय की जानकारी प्रेस को देते हुए गांडा समाज ज्योति नगर, कोटा के सचिव खिरसिंधु नायक ने कहा इस शुभ अवसर पर जनता कांग्रेस के प्रवक्ता व् समाज के वरिष्ठ नेता भगवानू नायक ने समाज के पुजारी श्री पदु छत्री व बड़े बुजुर्गो के साथ श्री जोगी जी स्वस्थ्य मंगलमय दीर्घायु जीवन, आगामी चुनाव में जनता कांग्रेस की सरकार बनाने और आगामी वर्ष 2018 के चुनाव में श्री जोगी जी को पुनः राज्य के मुख्यमंत्री बनाने की कामना कर समाज की कुलदेवी के समक्ष बदनी करते हुए विधी विधान के साथ पूजा अर्चना किया। इस दौरान भगवानू नायक ने कहा आज प्रदेश का जवान और किसान दोनों पेरशान हैं हमारें जवान शहीद हो रहे हैं वहीं किसान दाने दाने को मोहताज हैं ऐसे में रात दिन छत्तीसगढ़ की चिंता करने वाले उनके हितों की लड़ाई के लिए चैबीसों घण्टे तैयार रहने वाले श्री जोगी के कुशल नेतृत्व की आज छत्तीसगढ़ को जरूरत है इसलिए हमने आज श्री जोगी जी के जन्म दिन पर सामाजिक मान्यताओं के अनुसार समाज में सैकड़ों वर्षों से ग्राम देवी , कुलदेवी के समक्ष अपनी मनोकामना को पूरा करने आस्था और विश्वास की परंपरा बदनी किया हैं । आगे नायक ने कहा श्री जोगी जी के निर्देशानुसार उनके जन्म दिन को प्रदेश में मितान दिवस के रूप में मनाया गया , मितान की परंपरा समाज को जोड़ने का काम करती है उसी तरह देवी के समक्ष बदनी की परंपरा भी आस्था और विश्वास का एक प्रतीक है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सामाजिक नेता व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रवक्ता भगवानू नायक, पुजारी श्री पदु छत्री, बुगिया नायक, श्री विष्णु छत्री, खाजन छत्री, घनश्याम महानंद, रवि विभार, चेतन छत्ती, विनायक बाघ, कृपाराम नाग, विनोद कुमार, राजू हरपाल, सुरेन्द्र सिक्का, अजय पान, सुरेश नायक सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।