स्कूलों में बच्चों को आत्मरक्षा के तरीके सिखाना ज़रूरी – श्रीमती प्रभा दुबे
बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा राजधानी के शासकीय पी जी उमाठे विद्यालय में बालिकाओं को दी गई उनके अधिकारों की जानकारी
रायपुर –छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा आज यहाँ न्यू शांति नगर स्थित पी०जी०उमाठे कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में छात्राओं को बाल अधिकारों की जानकारी दी गयी. आयोग की अध्यक्ष श्रीमती प्रभा दुबे ने अध्यापकों को संबोधित करते हुए कहा कि पढ़ाई के दौरान आप सभी नियमित रूप से बच्चियों को सुरक्षित रहने के तरीके बताएं.उन्होंने बच्चियों को आत्मरक्षा की तकनीकें सीखने पर भी जोर दिया.उन्हें बाल अधिकारों और गुड टच बैड टच की जानकारी दें ,एक शिक्षक के रूप में बच्चे सबसे ज्यादा आपसे प्रभावित होते हैं और आपकी बातों को गंभीरता से सुनते भी हैं.उन्होंने कहा कि बच्चों को आत्मरक्षा के तरीके सिखाना बहुत ज़रूरी हो गया है .बच्चियों को को संबोधित करते हुए कहा उन्हें बहुत ख़ुशी है कि आज बेटियाँ हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही हैं.उन्होंने कहा कि हर बेटी को आपात स्थिति से निपटने की तैय्यारी रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से सभी बच्चों को गुड टच बैड टच की पहचान होनी बहुत ज़रूरी है. अप्रिय घटनाओं से बचने के लिए समझदारी और सावधानी बहुत ज़रूरी है.इसलिए हमेशा अपने आस पास हो रही छोटी से छोटी घटना को नज़र अंदाज़ न करें .विद्यालय की प्राचार्य श्रीमती विद्या सक्सेना ने आयोग के इस महत्वपूर्ण आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि बच्चों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की यह मुहिम बहुत कारगर है.कार्यक्रम में शिक्षकों के साथ साथ 200 से अधिक बच्चियां भी उपस्थित थीं.