समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों के जीवन में आएगी खुशहाली: श्रीमती कृष्णा राज
प्रदेश के कृषि मंत्री और किसानों ने एम.एस.पी. बढ़ाने के लिए केन्द्र सरकार के प्रति आभार जताया
मौसम आधारित समसामयिक कृषि कार्य पर प्रशिक्षण एवं लैपटॉप वितरण समारोह का आयोजन
रायपुर, केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णा राज ने केन्द्र सरकार द्वारा खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि कर लागत का डेढ़ गुना किये जाने को ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा है कि इससे किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी और उनके जीवन में खुशहाली आएगी। उन्होंने कहा कि प्रधामंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश के किसानों की आय वर्ष 2022 तक दोगुनी किये जाने के संकल्प के प्रति केन्द्र सरकार कृतसंकल्प है। श्रीमती कृष्णा राज आज यहां राज्य शासन के कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग तथा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मौसम आधारित समसामयिक कृषि कार्य पर प्रशिक्षण कार्यशाला एवं सूचना क्रांति योजना के तहत लैपटॉप वितरण समारोह को संबोधित कर रही थीं। इस अवसर पर राज्य के विभिन्न जिलों से आए किसानों ने केन्द्र सरकार द्वारा खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी किये जाने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल, सांसद रायपुर श्री रमेश बैस, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक, पूर्व राज्य मंत्री श्री पूनम चन्द्राकर, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री सुनील कुजूर और इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटील भी उपस्थित थे।
केन्द्रीय कृषि राज्य मंत्री श्रीमती कृष्णा राज ने कहा कि देश की आजादी के बाद यह पहला अवसर है जब फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में एकमुश्त इतनी अधिक वृद्धि की गई है। इससे किसानों को उनकी मेहनत का वाजिब हक मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि डॉ. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के आधार पर फसलों का समर्थन मूल्य लागत का डेढ़ गुना किये जाने के निर्णय से किसानों की माली हालत बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि किसानों की आय और अधिक बढ़ाने के लिए कृषि लागत में कमी किया जाना आवश्यक है। इसके लिए किसानों को समन्वित खेती की ओर अग्रसर होना होगा। इससे ग्रामोदय से भारत उदय की संकल्पना साकार होगी।
प्रदेश के कृषि मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल ने खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में उल्लेखनीय वृद्धि किये जाने के लिए केन्द्र सरकार के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा धान सहित सभी खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य में आशातीत वृद्धि की गई है। श्री अग्रवाल ने कहा कि धान के समर्थन मूल्य में 200 रूपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी किये जाने से राज्य के किसानों द्वारा धान की कीमत 2100 रूपये प्रति क्विंटल किये जाने की मांग लगभग पूरी हो गई है। राज्य सरकार द्वारा दिये जाने वाले बोनस 300 रूपये प्रति क्विंटल को मिलाकर अब किसानों को प्रति क्विंटल 2050 रूपये मिलेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को बोनस, फसल बीमा,
मुआवजा, बिजली सबसिडी और खाद बीज पर सबसिडी के रूप में प्रति वर्ष लगभग 7 हजार रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। सांसद श्री रमेश बैस ने न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी और केन्द्र सरकार के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्री धरमलाल कौशिक ने भी केन्द्र सरकार के फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए आभार जताया। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.के. पाटील ने स्वागत उद्बोधन देते हुए विश्वविद्यालय की गतिविधियों एवं उपलब्धियों की जानकारी दी।
इस अवसर पर अतिथियों द्वारा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा विकसित ‘‘ऑयलसीड एवं पल्स डॉक्टर’’ मोबाइल एप्प एवं एम.आई.एस. सॉफ्टवेयर का लोकार्पण किया गया। अतिथियों ने छत्त्ीसगढ़ सूचना क्रांति योजना के तहत कृषि महाविद्यालय रायपुर, कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय, रायपुर तथा दुग्ध प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, रायपुर के विद्यार्थियों को लैपटॉप प्रदान किये। उन्होंने कृषि विभाग द्वारा किसानों को दिये जाने वाले बीज मिनी किट और स्वायल हेल्थ कार्ड तथा मत्स्य पालन विभाग द्वारा प्रदत्त आईस बॉक्स का वितरण भी किया। संचालक कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी श्री एम.एस. केरकेट्टा ने अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में संचालक विस्तार सेवाएं डॉ. ए.एल. राठौर, संचालक अनुसंधान डॉ. एस.एस. राव सहित कृषि विश्वविद्यालय के कई वैज्ञानिक, कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।