परिणाम पाने के लिए जरुरत पड़े तो करें रणनीति में बदलाव : केन्द्रीय सचिव पिंगुआ ने की अभिलाषी जिला बस्तर के विकास कार्यों की समीक्षा
जगदलपुर, केन्द्र सरकार की सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में संयुक्त सचिव एवं अभिलाषी जिलों की माॅनिटरिंग हेतु बस्तर जिले के लिए नियुक्त प्रभारी सचिव श्री मनोज पिंगुआ ने जिले में संचालित विकास कार्यों की समीक्षा की। मंगलवार को जिला कार्यालय के आस्था कक्ष में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना, सौभाग्य योजना, जनधन योजना, सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, इंद्रधनुष कार्यक्रम के साथ ही कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण के लिए संचालित योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। इस दौरान कलेक्टर श्री धनंजय देवांगन एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री प्रभात मलिक उपस्थित थे।
समीक्षा के दौरान खाद्य नियंत्रक ने बताया कि विशेष ग्राम सुराज अभियान के तहत बस्तर जिले के चयनित 259 गांवों को धुआंरहित बनाने के लक्ष्य रखा गया है। इन गांवों में डोर टू डोर सर्वे का कार्य जनपद पंचायत के माध्यम से किया जा चुका है और इसके साथ ही फार्म कलेक्शन कर आॅनलाईन एंट्री के लिए एजेंसियों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि योजना के तहत इस वर्ष 56 हजार गैस कनेक्शन इस जिले में प्रदाय किया जाएगा। विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि इन गांवों के 16142 घरों में विद्युत कनेक्शन प्रदाय करने का कार्य भी किया जा रहा है। प्रतिदिन लगभग 310 घरों में बिजली कनेक्शन प्रदाय करने का कार्य किया जा रहा है और अब तक 7 हजार से अधिक घरों में बिजली कनेक्शन प्रदाय की जा चुकी है। इन 259 गांवों में 152 गांव पूर्ण ऊर्जित गांव बन चुके हैं। उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन एवं सौभाग्य योजना के तहत विद्युत कनेक्शन प्रदाय करने के कार्य को 31 जुलाई तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही इन गांवों में ऊर्जा संरक्षण के लिए शत-प्रतिशत घरों में एलईडी बल्ब के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। बैंक अधिकारी ने बताया कि इन गांवों में सभी वयस्कों का बैंक खाता खोलने का कार्य भी किया जा रहा है। इसके लिए सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण हो चुका है तथा 13272 लोगों के बैंक खाता खोलने की कार्यवाही की जा रही है। इसके साथ ही यहां शत-प्रतिशत लोगों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत बीमित करने का कार्य भी किया जा रहा है। कृषि विभाग के उप संचालक ने बताया कि उन्होंने बताया कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्हें उन्नत कृषि का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। किसानों को भूमि की उर्वरता के संबंध में जानकारी देने के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड प्रदाय किया जा रहा है। दलहन एवं उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने के लिए बीज वितरित किये जा रहे हैं। पशुधन विकास विभाग की संयुक्त संचालक ने बताया कि पशुओं में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए निरंतर टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है, वहीं कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से उन्नत किस्म को बढ़ावा दिया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि पोषण के क्षेत्र में ग्रामीणों को जागरुक करने के लिए ग्राम सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर टास्क फोर्स के गठन का कार्य किया जा रहा है। महिला शक्ति योजना के तहत 100 स्वयंसेवकों का चयन किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष पांचवी से छटवीं और आठवीं से नवमीं कक्षाओं में पहुंचने वाले शत-प्रतिशत विद्यार्थियों के प्रवेश का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही 1300 से अधिक स्कूलों में बुक बैंक की स्थापना भी की गई है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मिशन इंद्रधनुष के तहत 1838 छूटे बच्चे और 387 माताओं के टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।
इस अवसर पर श्री पिंगुआ ने कहा कि शासन द्वारा इन योजनाओं को जमीनी स्तर पर पहुंचाने के लिए मिशन मोड में कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि घरों में बिजली के पहुंचने से जहां पढ़ाई -लिखाई के साथ ही दूसरे कार्यों में सुविधा होगी, जिससे ग्रामीणों का जीवन स्तर बेहतर होगा, वहीं रसोई गैस के उपयोग से अच्छा स्वास्थ्य एवं समय की बचत होगी। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं को जन-जन पहुंचाने के साथ ही योजनाओं से जोड़ना भी आवश्यक है, जिससे वे इसका निरंतर लाभ लें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा और कृषि जैसे क्षेत्र में परिणाममूलक कार्य किए जाने की आवश्यकता है तथा इसके लिए जरुरत पड़ने पर नई रणनीति के साथ भी कार्य किए जाने की आवश्यकता है।