दंतेवाड़ा ,रोंजे हायर सेकेण्डरी स्कूल में अब कृषि संकाय का अध्यापन किया जाएगा। शुक्रवार को दंतेवाड़ा जिले के गीदम विकास खण्ड के ग्राम रोंजे में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर स्कूल शिक्षा एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री केदार कश्यप ने इसकी घोषणा की। उन्होंने इस अवसर पर नवप्रवेशी विद्यार्थियों का स्वागत किया। उन्होंने यहां बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रशंसा करते हुए कहा कि बालिकाएं अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में बेटियों के महत्व को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने उनके शिक्षा के स्तर को बेहतर करने का कार्य किया। बेटियां स्कूल न छोड़ें, इसके लिए सरस्वती सायकल योजना के तहत उन्हें सायकिल दी गई। मंत्री ने कहा कि आज इसका परिणाम है कि अब आठवीं के बाद नवमीं में बालिकाओं की उपस्थिति 60 प्रतिशत से बढ़कर 97 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा के स्तर को बेहतर करने के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसी कड़ी में रोंजे में भी हाईस्कूल का उन्नयन हायर सेकेण्डरी स्कूल के रुप में किया गया था, जहां अब कृषि संकाय के अध्ययन की सुविधा भी क्षेत्र के विद्यार्थियों को मिलेगी। उन्होंने कहा कि  यहां हायर सेकेण्डरी स्कूल के बाद कृषि संकाय प्रारंभ करते हुए उन्हें बड़ी प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के परिणाम स्वरुप ही अब ड्रॉप आउट दर मात्र 0.1 प्रतिशत रह गई है, जिसे घटाकर शून्य करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 2 से बढ़कर 11 हो गई है। इसके साथ ही प्रयास जैसी संस्थानों के माध्यम से दुरस्थ अंचल के विद्यार्थी इंजीनियरिंग एवं मेडिकल संस्थानों में प्रवेश प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि युवाओं को यूपीएससी एवं अन्य समकक्ष परीक्षाओं की तैयारी के लिए दिल्ली में आवास की व्यवस्था भी शासन द्वारा की गई है। मंत्री ने दंतेवाड़ा जिले में शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के लिए जिला प्रशासन की सराहना करते हुए कहा कि दंतेवाड़ा जिला व्यक्तित्व निर्माण के कार्यों के लिए अपनी पहचान स्थापित कर चुका है। उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा जिले ने शिक्षा के क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित किए हैं। पहले यहां के छात्र दूसरे शहरों में पढ़ाई के लिए जाते थे, किन्तु अब छत्तीसगढ़ के दूसरे शहरों के विद्यार्थी यहां पढ़ाई के लिए आना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि कभी गरीब और पिछड़ा कहे जाने वाले दंतेवाड़ा में शिक्षा के क्षेत्र में हुए विकास का परिणाम है कि अब यहां के विद्यार्थी डॉक्टर और इंजीनियर बनने के लिए पढ़ाई कर रहे हैं और यही नहीं यूपीएससी जैसी प्रतिष्ठित परीक्षाओं में भी सफलता प्राप्त कर रहे हैं। दंतेवाड़ा के विद्यार्थी आईआईटी, एनईईटी जैसी परीक्षाओं में लगातार सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने कहा कि दंतेवाड़ा जिले की पहचान शिक्षा में स्थापित करने में मंत्री श्री केदार कश्यप की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि इस जिले में शिक्षा के क्षेत्र में कई नवाचारों को अपनाया गया। इन नवाचारों के लिए मंत्री श्री कश्यप द्वारा लगातार सहयोग दिया गया। उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा जिले के हर बच्चे के प्रवेश के साथ ही उन्हें निरंतर आगे की कक्षाओं में जोड़े रखने का कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर दंतेवाड़ा स्थित कृषि महाविद्यालय में अंतिम वर्ष में अध्ययनरत 21 विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री युवा सूचना क्रांति के तहत लैपटॉप प्रदाय किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला नाग, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री मनीष सुराना, जिला पंचायत सदस्य श्री चैतराम अटामी, जिला पंचायत सदस्य श्री नंदलाल मुड़ामी,पूर्व विधायक श्री भीमा मंडावी,पुलिस अधीक्षक श्री कमलोचन कश्यप, जिला शिक्षा अधिकारी श्री डी समैया, आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त डॉ. आनंद सिंह सहित जनप्रतिनिधिगण, शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी उपस्थित थे।