छत्तीसगढ़ में हवाई कार्गो सेवा के विकास की काफी संभावनाएं : अमर अग्रवाल
रायपुर : वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने आज यहां माना विमानतल मार्ग स्थित एक निजी हॉटल में छत्तीसगढ़ में हवाई कार्गो की संभावनाओं पर आधारित एक कार्यशाला का शुभारंभ किया। श्री अग्रवाल ने कहा कि चारों ओर से 7 राज्यों से घिरे होने के कारण छत्तीसगढ़ में हवाई कार्गों के विकास की काफी संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में फिलहाल 11 टन एयर कार्गो की प्रतिदिन ढुलाई हो रही है, जबकि 50 टन प्रतिदिन की क्षमता विद्यमान है। छत्तीसगढ़ पूरे देश में पहला राज्य है जिसने परिवहन संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अपने स्वयं की लाजिस्टिक्स पार्कस पालिसी बनाई है। कार्यशाला का आयोजन कन्फेडरेशन ऑफ इण्डियन इण्डस्ट्रीज (सीआईआई) द्वारा उद्योग विभाग की सहयोगी संस्था सीएसआईडीसी के सहयोग से किया गया। सीएसआईडीसी के अध्यक्ष श्री छगनलाल मूंदड़ा और उद्योग विभाग के सचिव श्री कमलप्रीत सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्य अतिथि की आसंदी से उद्योग मंत्री श्री अमर अग्रवाल ने कहा कि पिछले एक दशक में सर्विस क्षेत्र में बड़ी तेजी से विकास हुआ है। एक अनुमान के अनुसार वित्तीय वर्ष 2017-2018 में सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) में सेवा क्षेत्र की हिस्सेदारी लगभग 35 प्रतिशत है। सेेवा क्षेत्र में वृद्धि का फायदा विनिर्माण सेक्टर को भी मिलता है, जिससे रोजगार के नए अवसर और नए निवेश भी सृजित होते हैं। उन्होंने कहा कि एयर कार्गों का देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। एयर कार्गो एक विशेषिकृत क्षेत्र होने के कारण इसे हमें अधिक ध्यान देने की जरूरत है। मुख्य तौर से एयर कार्गो के अंतर्गत समय-सीमा में पहुंचाने वाले और कीमती सामानों को भेजा जाता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि एयर कार्गो सेवा वर्तमान में प्रचलित – ई-कामर्स सेक्टर केे विकास में सराहनीय भूमिका निभा रहा है। यह बाजार इतनी तेजी से आगे बढ़ रहा है कि इस क्षेत्र में काम करना अनिवार्य हो गया है।
श्री अग्रवाल ने कहा कि जल्द खराब होने वाले उत्पाद जैसे-दवाईयां, इलेक्ट्रानिक्स, फिश सीड्स एवं एक्वारियम फिश हो सकते हैं, जिन्हें परिवहन के लिए एण्ड टू एण्ड सप्लाई चेन की जरूरत होती है। उन्होंने बताया कि एयर कार्गो का क्षेत्र प्रतिदिन आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2017-2018 में घरेलू एयर कार्गो से परिवहन 12.13 लाख मीटरिक टन हुआ है जो कि गत वर्ष की तुलना में 8 प्रतिशत अधिक है। इसी प्रकार वैश्विक स्तर पर वर्ष 2017-2018 में 21 लाख मीटरिक टन से अधिक का परिवहन किया गया है जो कि पिछले वर्ष से 15 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ मंे देश का लाजिस्टिक्स हब बनने की पूरी परिस्थितियां मौजूद हैं। यह आस-पास सात राज्यों की सीमाओं से जुड़ा हुआ है, जहां पर लगभग 50 करोड़ की आबादी निवास करती है। राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से प्रतिदिन लगभग 25 फ्लाईट देश के प्रमुख शहरों को जोड़ती है। एयर पैसेंजर ट्रेफिक 16 लाख टन प्रतिवर्ष तक पहुंच गया है। इस आधार पर प्रतिदिन 50 टन कार्गो परिवहन की संभावना है, जबकि वर्तमान में लगभग 11 टन प्रतिदिन है।
समारोह को सीएसआईडीसी के अध्यक्ष श्री छगनलाल मूंदड़ा और उद्योग सचिव श्री कमलप्रीत सिंह ने भी सम्बोधित किया। एयर कार्गो लाजिस्टिक्स एण्ड एलाईड सर्विस कम्पनी के सीईओ श्री केकू गजदर ने एयर कार्गो परवहन में वृद्धि और मांग पर आधारित प्रस्तुतिकरण दिया। सीआईआई छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष श्री पंकज सारडा ने स्वागत भाषण और उपाध्यक्ष श्री नरेन्द्र गोयल ने आभार प्रकट किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में राज्य के उद्योग और व्यापार जगत के प्रतिनिधि उपस्थित थे।