कोण्डागांव-जिला बाल संरक्षण इकाई से प्राप्त जानकारी अनुसार तमिलनाडु के सेलम जिले में मजदूरी करने गए जिले के 12 नाबालिग लड़के लड़कियों को बाल संरक्षण की टीम द्वारा छुड़ाया गया। इसमे 6 लड़के और 6 लड़कियां थी उपरोक्त सभी लड़के लड़किया जिले के बिंझे, हंगवा ,कलेपाल, झाकरी, भोंगापाल से संबंधित थे। इसके अलावा 4 अन्य नाबालिग लड़के जिला नारायणपुर के उड़िदगांव के रहने वाले थे। जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम के निर्देशानुसार किये गए इस कार्यवाही में सभी लड़के लड़कियों को कॉन्सलिंग कर उनके परिजनों के सपुर्द किया गया । मजदूरी करने गए बालको ने बताया कि विगत 24 अप्रैल को एजेंट द्वारा उन्हें विजयवाड़ा से तमिलनाडु के सेलम जिले ले जाया गया जंहा उन्हें गिट्टी खदान में काम करना था परंतु एजेंट उन्हें रेलवे स्टेशन में छोड़ कर स्वयं लापता हो गया। रेलवे के सुरक्षा बलों द्वार कोंडागांव जिला कार्यालय से संपर्क करने पर उपरोक्त कार्यवाही की गई। मौके पर जिला कलेक्टर ने सभी लड़के लड़कियों को गांव में ही रहकर प्रशिक्षण एवं रोजगार परक कार्य करने की समझाइश दी और दोबारा ऐसे न करने को कहा। इस दौरान उनके द्वारा सभी को सहायता राशि के रूप में दो दो हजार की राशि भेजी गई। इस मौके पर बाल संरक्षण ईकाई के जयदीप नाग, महेश्वर राठौर, महिला एंव बाल विकास अधिकारी रविकांत धु्रवे, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जी0आर0सोरी उपस्थित थें।