मुख्यमंत्री की विकास यात्रा का शंखनाद के साथ हुआ स्वागत : भूखे को भोजन कराना सबसे बड़ा महायज्ञ: डॉ. रमन सिंह
मुख्यमंत्री ने कहा: भूखे को भोजन कराना एक पवित्र महायज्ञ
रायपुर, मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज कहा कि राज्य शासन द्वारा बलरामपुर-रामानुजगंज को जिला बनाने के बाद इस आदिवासी बहुल क्षेत्र के विकास में तेजी आई है। जिला बनने के सिर्फ छह साल के भीतर यहां कलेक्टोरेट सहित शासन के सभी विभागों के जिला स्तरीय कार्यालय शुरू हो गए हैं। इससे आम जनता को काफी सुविधाएं मिलने लगी हैं।
मुख्यमंत्री आज दोपहर बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के ग्राम गणेशमोड़ में विकास यात्रा की स्वागत सभा को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश के गरीबों के लिए अपनी सरकार की एक रूपए किलो चावल, निःशुल्क नमक और पांच रूपए किलो चना वितरण की योजना का जिक्र करते हुए कहा – किसी भूखे को भोजन कराना एक पवित्र महायज्ञ के समान है। उन्होंने इस सिलसिले में महाभारत की एक कथा का उदाहरण भी दिया।क्षेत्र की महिलाओं ने शंखनाद और मंगलध्वनि के साथ मुख्यमंत्री सहित उनकी विकास यात्रा के काफिले का आत्मीय स्वागत किया। लोगों ने पुष्पमाला पहनाकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। स्वागत सभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा-वर्ष 2012 में जब हमने बलरामपुर-रामानुजगंज को जिला बनाने का निर्णय लिया तो उस समय कुछ लोगों ने आशंका व्यक्त करते हुए यह सवाल उठाया था कि इससे क्षेत्र का विकास भला कैसे हो सकता है ? लेकिन इस नये जिले की तरक्की को देखकर अब उनकी आशंकाएं भी निर्मूल साबित हो रही हैं। उन्होंने स्वागत सभा में मरार सामुदायिक भवन के लिए दस लाख रूपए और गणेश मोड़ में बिजली के कम वोल्टेज की समस्या के निराकरण के लिए विद्युत सब-स्टेशन स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने मंगल भवन निर्माण के लिए 8 लाख और सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण के लिए दस लाख रूपए मंजूर करने का भी ऐलान किया। स्वागत सभा को राज्यसभा सांसद श्री रामविचार नेताम तथा सरगुजा के लोकसभा सांसद श्री कमलभान सिंह ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रदेश के गृह, जेल और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री रामसेवक पैकरा और श्रम, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री भईयालाल राजवाड़े सहित जिले के अनेक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
डॉ. रमन सिंह ने स्वागत सभा में कहा-छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जिसने अपने लगभग 56 लाख से ज्यादा गरीब परिवारों के लिए देश का पहला खाद्य सुरक्षा कानून बनाकर उन्हें भोजन का अधिकार दिलाया है। इससे राज्य में भूख की समस्या खत्म हो गई। छत्तीसगढ़ में अब कोई भी गरीब भूखा नहीं सोता। डॉ. सिंह ने स्वागत सभा में कहा कि इस वर्ष की प्रदेश व्यापी विकास यात्रा में किसानों को विगत खरीफ के धान पर लगभग 1700 करोड़ रूपए का बोनस भी दिया जा रहा है। इसके अलावा विभिन्न योजनाओं के तहत उन्हें सामग्री आदि का भी वितरण किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में विकास यात्रा के विभिन्न कार्यक्रमों में लगभग तीस हजार करोड़ रूपए के निर्माण कार्यों का लोकार्पण, भूमिपूजन और शिलान्यास भी हो रहा है। आबादी पट्टों का वितरण भी शुरू हो गया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित आयुष्मान भारत योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना में गरीब परिवारों के गंभीर मरीजों को इलाज के लिए पांच लाख रूपए तक सहायता मिलेगी। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत छत्तीसगढ़ में गरीबों को पक्के मकान दिए जा रहे हैं। डॉ. सिंह ने कहा-अगले चार माह में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण हो जाएगा। हर मजरे-टोले को बिजली की रौशनी से आलोकित किया जाएगा।