हमर छत्तीसगढ़ योजना : स्वसहायता समूह की महिलाओं ने जाना ग्रामसभा का महत्व
रायपुर. हमर छत्तीसगढ़ योजना में राजधानी के अध्ययन प्रवास पर आयीं महिला स्वसहायता समूहों के पदाधिकारियों को सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। उन्हें ग्रामसभा के महत्व के बारे में भी बताया गया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के विकास विस्तार अधिकारी श्री जे.के. मिश्रा ने उन्हें राज्य और केन्द्र सरकार की योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ पर आधारित लघु फिल्म भी महिलाओं को दिखायी गई। फिल्म देखने के बाद स्वसहायता समूह की महिलाओं ने सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान भी किया।
हमर छत्तीसगढ़ योजना के आवासीय परिसर, नया रायपुर के उपरवारा स्थित होटल प्रबंधन संस्थान में प्रशिक्षण सत्र में विकास विस्तार अधिकारी श्री मिश्रा ने महिलाओं को बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में वर्ष में चार ग्रामसभा का आयोजन अनिवार्य है। मतदाता सूची में शामिल गांव के 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी व्यक्ति ग्रामसभा के सदस्य होते हैं। उन्होंने बताया कि इसमें गांव की कार्ययोजना पर चर्चा होती है। पंचायत द्वारा पूर्व वर्ष में किए गए कार्यों का लेखा-जोखा भी ग्रामसभा में तैयार किया जाता है।
स्वसहायता समूह की पदाधिकारियों ने समूह चर्चा में भी उत्साह से भाग लिया। इस दौरान उन्होंने अपने अध्ययन भ्रमण के अनुभव भी साझा किए। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों में संलग्न महिला स्वसहायता समूह की 431 पदाधिकारी दो दिनों की अध्ययन यात्रा पर राजधानी रायपुर आयीं हुई थी। इनमें राजनांदगांव की 159, गरियाबंद की 92, बेमेतरा की 91 और कांकेर की 89 पदाधिकारी शामिल थीं।