सड़क पेच वर्क के नाम पर मापदंडो की उड़ रही धज्जियां, पीडब्ल्यूडी ने नगरवासियों को दी गुणवत्ताविहीन सड़क की सौगात…
भानु प्रताप साहू- 9425891644
कसडोल। 3 वर्षो के बाद सड़क पेचवर्क का कार्य एक बार फिर प्रारंभ तो हुआ लेकिन निर्माण के नाम पर ठेकेदार द्वारा खानापूर्ति की जा रही है। नवनिर्मित सड़क को देखकर ही उसकी हकीकत समझ में आ रही है, सड़क पेच वर्क के दौरान ही भ्रष्टाचार की भेट चढ़ चुका हड़हा मोड़ से गुरुघासी दास चौक तक निर्माण के दौरान ठेकेदार के मनमानी का शिकार हो रहा है। गुणवत्ताविहीन सड़क के निर्माण से नगरवासियों को निकट भविष्य से पुनः समस्याओं का सामना करना पड़ेगा, जिसकी चिंता पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदारो को नहीं है। बेहतर सड़क सुविधा मुहैया कराने की मकसद से शासन ने सड़क पेच वर्क का कार्य ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा है। जिस पर ठेकेदार निर्माण के नाम पर घटियां मटेरियल का इस्तेमाल कर महज मरम्मत का कोरम पूरा करने के फिराक में है। पीडब्ल्यूडी द्वारा नगरवासियों की सुविधा को मद्दे नजर रखते हुए लगभग 3 माह पहले 40 लाख के लगभग यह प्रस्ताव पास किया गया था, लेकिन अलग-अलग जगह ठेकेदार होने के कारण सड़क पेचवर्क का कार्य लंबित रहा और अब जब यह काम पुनः प्रारंभ हुआ तो सड़क की गुणवत्ता स्थानीय लोगों को रास नहीं आ रही है, किंतु ठेकेदार के मनमानी और विभागीय उदासीनता के चलते निर्माण कार्य घटिया तरीके से कराया जा रहा है और विभाग के जिम्मेदार महज तमाशबीन बनकर भ्रष्टाचार के इस खेल को देखने में व्यस्त है।
उठने लगे विरोध के स्वर
निर्माण कार्य को हफ्ते भर भी नहीं बीते और शिकायतों की मानो झड़ी सी लग गई, सड़क के उपर खड़ा हर दूसरा व्यक्ति पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों व ठेकेदार को कोसता नजर आ रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार दिन और रात ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य के नाम सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। ठेकेदार द्वारा इस्तेमाल में लाया जाने वालो मटेरियल गुणवत्ताविहीन है, इतना ही नहीं लोगों की माने तो पूर्व बनी सड़क के उपर डामर की पहली परत चढ़ाने के बाद रोलर चलाकर निर्माण के नाम पर खानापूर्ति कर रहे है।
इमल्सन के नाम पर खानापूर्ति
जानकारी की माने तो संबंधित मार्ग में डामरीकरण के पूर्व इमल्सन डालने का प्रावधान मापदंड में निर्धारित किया गया है, किंतु ठेकेदार निर्माण के दौरान इमल्सन के नाम पर महज खानापूर्ति की जा रही है। लोगो ने बताया कि सड़क डामरीकरण के पहले जो इमल्सन इस्तेमाल हो रहा है उससे पानी की मात्रा ज्यादा कर छिड़काव हो रहा है जिससे प्रतीत होता है कि ठेकेदार महज खानापूर्ति कर रहा है। वहीं सड़क में इस्तेमाल होने वाले इमल्सन में पहले से पानी मिला होता है इसके बावजूद भी ठेकेदार उसमें अलग से पानी मिलाकर दिखावे के लिए इमल्सन का सड़क पर छिड़काव कर रहा है।
घटिया डामर का इस्तेमाल
नगरवासियों ने निर्माण कार्य में कई गंभीर आरोप लगाए है लोगों की माने तो ठेकेदार द्वारा सड़क के पेचवर्क के कार्य में घटिया किस्म का डामर उपयोग में लाया जा रहा है। कई दुकानदारों ने बताया कि सड़क निर्माण में मापदंडो का पालन न करते हुए घटिया और गुणवत्ताविहीन डामर का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिस पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारी और कर्मचारी, ठेकेदार के इस मनमानी के आगे बौने साबित हो रहे है।
बनते ही उखड़ने लगी सड़क: ऋत्विक
नगर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता ऋत्विक मिश्रा ने आरोप लगाया कि हड़हा मोड़ से गुरुघासी दास चौक तक हो रहे सड़क पेचवर्क के कार्य में अनियमितताएं खुलकर सामने दिख रही है उन्होंने बताया कि कुछ निर्माण ठेकेदार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की सडक और समीप बनी कॉलोनी पर भी सड़क का निर्माण करना था। लेकिन अस्पताल के लिये बनी नवनिर्मित सड़क काफी घटिया स्तर का है जो बनने के पहले ही उखड़ने लगी है इतना ही नहीं नवनिर्मित सड़क को पुरानी सड़क से ठीक ढंग से मिलाया भी नहीं गया है। पुरानी डामर की सड़क के ऊपर से ही नई परत चढ़ा दी गई है। जिसके कारण आज पुराने थाने के सामने, सरस्वती स्कूल, पारस नगर चौक सहित अन्य जगहों पर सही तरीके से रोलर से नही मिलाया गया है स्थिति ऐसी है, जैसे सड़क के साथ यहाँ मजाक हो रहा हो। साथ ही यहां पर भी यह बात देखने से स्पष्ट होती है कि नई और पुरानी सड़क को मिलाने का कार्य सही ढंग से नहीं किया गया। वहीं जगह-जगह पेड़, टंकी, नलों के आसपास सड़क निर्माण की उपेक्षा की गई है जिस पर सड़क की गुडवत्ता की जांच होना चाहिए।
इनका कहना है।
जब इस संबंध में डी के महेश्वरी
कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी बलौदा बाजार के मोबाइल नंबर 9752042885 में बात करना चाहा गया तो कई बार घंटियां जाने के बावजूद कॉल रिसीव करना मुनासिब नही समझा।
जब ठेकेदार सुशील अग्रवाल से इस संबंध में जानकारी के लिये कॉल किया गया तो उनका मोबाइल आउट ऑफ सर्विस रहा।